CG News: रायपुर. निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अंतर्गत प्रदेश के निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए अब भी 6100 सीटें खाली हैं. रिक्त सीटों में प्रवेश के लिए एक बार फिर लॉटरी निकाली जाएगी. इसके लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है. पूर्व में भरे गए आवेदनों के आधार पर ही लॉटरी निकाली जाएगी ताकि प्रवेश से वंचित बच्चों को अवसर मिल सके.


आरटीई के अंतर्गत निजी विद्यालयों की 25 प्रतिशत सीटों में गरीब बच्चों को प्रवेश दिया जाता है. दो चरणों की लॉटरी के बाद निजी स्कूलों में लगभग 6100 सीटें अब भी रिक्त हैं. इन रिक्त सीटों में प्रवेश के लिए एक और लॉटरी निकालने का निर्णय लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा लिया गया है. इसके लिए 19 अगस्त को लॉटरी निकाली जाएगी. लोक शिक्षण संचालनालय से मिली जानकारी के अनुसार, जिन बच्चों का चयन पहले ही हो चुका है, उनके नामों को छोड़कर शेष आवेदकों के बीच लॉटरी निकाली जाएगी. तीसरे चरण के लिए अभिभावकों या बच्चों द्वारा नए आवेदन की आवश्यकता नहीं होगी. पूर्व में भरे गए आवेदनों के आधार पर ही रिक्त सीटें लॉटरी के माध्यम से आवंटित की जाएगी. चयनित बच्चों को प्रवेश के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा. गौरतलब है कि आरटीई के तहत प्रवेश में देरी की वजह से बच्चे पढ़ाई में अन्य बच्चों से पिछड़ जाएंगे. निजी स्कूलों में एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र प्रारंभ हुआ था. इस लिहाज से निजी स्कूलों में लगभग ढाई माह की पढ़ाई हो चुकी है और अगले माह तिमाही परीक्षा होनी है. ऐसे में आरटीई के बच्चे अन्य बच्चों से काफी पीछे रह जाएंगे.
1 लाख से ज्यादा आवेदन आए थे
आरटीई की सीटों के लिए हर साल ऑनलाइन आवेदन मंगाए जाते हैं. पहले चरण में 40 हजार बच्चों का चयन हुआ था. इनमें से 36 हजार बच्चों ने निजी स्कूलों में प्रवेश लिया. वहीं दूसरे चरण में 10 हजार बच्चों का चयन निजी स्कूलों के लिए हुआ. पहले चरण में 1 लाख 5 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे. वहीं दूसरे चरण के लिए 42363 आवेदन मिले थे.