Chhattisgarh News: प्रतीक चौहान. रायपुर. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की हालत पहले से खराब है. लेकिन अब डेंटल कॉलेज के कुछ रिकार्ड ‘लल्लूराम डॉट कॉम’ को मिले है.
जिसमें डॉक्टरों के आने का टाईम तो मनमर्जी से होता है. लेकिन वो कब जाते है ये भगवान ही मालिक है. इतना ही नहीं यहां कई डॉक्टर ऐसे है जो सरकार से पूरा वेतन तो लेते है, लेकिन सालभर में 50 दिन भी कॉलेज के बायोमेट्रिक्स में अटेंडेंस नहीं लगाते.
इतना ही नहीं डेंटल कॉलेज के डॉक्टरों की डियूटी जेल के बंदी और कैदियों के डेंटल चेकअप के लिए भी लगाई जाती है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि पिछले 4 साल के कोई रिकॉर्ड डेंटल कॉलेज के डॉक्टरों ने मेनटेन नहीं किया है. या यू कहे कि गए ही नहीं तो रिकार्ड कैसे मेनटेन होगा.
इस संबंध में जब आरटीआई से जानकारी मांगी गई तब डेंटल कॉलेज के डॉक्टर जागे और अब रिकार्ड मेनटेन होने की बात खुद डेंटल कॉलेज के डॉक्टर कह रहे है.
लल्लूराम डॉट कॉम को जून 2019 से 31 मार्च 2020 के बायोमेट्रिक्स अटेंडेंस शीट मिली है. जिसमें डेंटल कॉलेज के डॉक्टर अपनी मर्जी से आते तो है. लेकिन वो जाते कब है इसका कोई भी रिकार्ड दर्ज नहीं है. लल्लूराम डॉट कॉम के पास डॉ मिलिंद वासनिक, डॉ सोपान सिंह, डॉ अभिनव पारेख और डॉ आरके च्यूरी की अटेंडेंस शीट मौजूद है इसमें से एक साल में किसी के भी कॉलेज से जाने का कोई भी टाईमिंग दर्ज नहीं है.
वहीं डॉ आरके च्यूरी का इस एक साल में बॉयोमेट्रिक्स रिकार्ड महज 44 दिनों का है. बावजूद इसके डेंटल कॉलेज के जिम्मेदारों ने उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की. हालांकि वो जिस डिपार्टमेंट में है उनके एचओडी डॉ मिलिंद है जिनका खुद पंचिंग में जाने का कोई भी रिकार्ड दर्ज नहीं है. डेंटल कॉलेज से संबंधित आपके पास भी कोई जानकारी या रिकार्ड हो तो आप लल्लूराम डॉट कॉम के इस नंबर 9329111133 पर शेयर कर सकते है.