विधानसभा में चर्चा के दौरान सदस्य एक दूसरे के प्रति करते हैं जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल, भाषा-व्यवहार और आचरण भी नहीं रहता शालीन, अनुरोध के बाद अब अध्यक्ष ने दी यह व्यवस्था