रायपुर। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (पीटीएस) माना, रायपुर में आयोजित एक समापन कार्यक्रम के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा छत्तीसगढ़ के निजी सुरक्षा अधिकारियों (PSO) और पुलिस वाहन चालकों को दिए गए विशेष प्रशिक्षण का सफलतापूर्वक समापन हुआ.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत नवंबर 2024 में एनएसजी की 14 सदस्यीय टीम द्वारा की गई थी, जिसका नेतृत्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे. इस दौरान 352 PSO को 12-12 दिन के चार बैच में प्रशिक्षण दिया गया, वहीं 343 पुलिस वाहन चालकों को 5-6 दिन की अवधि में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया देने और वीआईपी सुरक्षा संबंधित कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया.
समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (गुप्तवार्ता) अमित कुमार (आईपीएस) ने प्रशिक्षण की बारीकियों का निरीक्षण किया. उन्होंने एनएसजी प्रशिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य के वीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों को भविष्य में भी इसी तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता है. उन्होंने एनएसजी और सीआरपीएफ जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा जवानों को लगातार प्रशिक्षित किए जाने पर जोर दिया.
कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अभिषेक शांडिल्य (आईपीएस) ने जवानों से कहा कि वे हर साल प्रशिक्षण प्राप्त कर खुद को अपडेट और अपग्रेड रखें. विशेष शाखा के उप पुलिस महानिरीक्षक एम.एम. कोटवानी (आईपीएस) ने जवानों को नियमित व्यायाम और योगा करने की सलाह दी, ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें.
समापन के अवसर पर एक डेमो ड्रिल का भी आयोजन किया गया, जिसमें वीआईपी काफिले पर बाहरी आक्रमण की स्थिति में पीएसओ और वाहन चालकों द्वारा की जाने वाली प्रतिक्रिया को दिखाया गया. एनएसजी टीम के ग्रुप कमांडर दिनेश संबरवाल ने पुलिस जवानों की धैर्य और समर्पण भावना की प्रशंसा की.
कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय माना के एसपी राजकुमार मिंज ने किया. समापन समारोह में एनएसजी के 13 सदस्यीय दल के साथ राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम के बाद सभी ने एक साथ भोजन किया.