रायपुर। प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष और भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा ने ने धान खरीदी को लेकर भूपेश सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने बारदाना के मसले को लेकर मुख्यमंत्री बघेल से सवाल भी किया है. शर्मा ने पूछा कि मुख्यमंत्री बताए कि केंद्र सरकार ने कब बारदाना खरीद कर छत्तीसगढ़ को दिया था ?
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का आरोप है कि धान खरीदी के मामले में भूपेश सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने केंद्र पर आरोप लगा रही है. वस्तु स्थिति यह है कि बारदाने की खरीदी हमेशा राज्य सरकार करती है. विधानसभा शीतकालीन सत्र में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मेरे प्रश्न के उत्तर मे स्वयं स्वीकार किया है, कि छत्तीसगढ़ सरकार को 445000 गठान की आवश्यकता होगी (प्रत्येक गठान मे 500 बारदाने ) तथा यह स्वीकार किया है, की खरीफ वर्ष 2020-21 मे 14 दिसंबर की स्थिति में 1.45 लाख गठान जूट बारदाने तथा 70 हजार गठान एचडीपीई/पीपी बारदाने क्रय करने का आदेश जारी किया है.
उन्होंने कहा कि मंत्री ने यह भी जानकारी दी थी कि 14 दिसंबर 2020 कि स्थिति में शासन के पास 95863 गठान जूट बारदाना 5650 गठान, एचडीपीई/पीपी बारदाना, 60945 पीडीएस बारदाना, तथा 30206 गठान राईस मिलर्स बारदाना उपलब्ध है इनका जोड 192664 गठान होता है. स्वयं सरकार ने अपने जवाब मे यह कहा है कि 1.45 लाख गठान जूट बारदाने और 70 हजार एचडीपीई/पीपी बारदाने का हमने क्रय आदेश जारी किया है. जूट बारदाने 95863 उपलब्ध है अर्थात 59136 गठान आना शेष है, 70 हजार एचडीपीई/पीपी बारदाने का आदेश किया गया है उसमे 5650 गठान उपलब्ध है, अर्थात इसमे 64350 गठान आना शेष है, दोनो को जोडने पर संख्या 123483 गठान और 192664 उपलब्ध है। तो यह सब मिलाकर गठान की संख्या 315664 गठान अर्थात 445000 गठान कि आवश्यकता है और आपने नये पुराने सभी मिलाकर कम बारदाने कि व्यवस्था की है, तो 129335 गठान जो शेष आवश्यकता होगी उसके लिये आपने कब क्रय आदेश जारी किया तथा इसकी व्यवस्था कहां से होगी भूपेश बघेल जनता के सामने स्पष्ट करें.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 में सरकार ने 54.83 रूपये प्रति नग मे बारदाना क्रय किया है. इस वर्ष खरीदी का दर स्पष्ट करें तथा जब पिछले साल 54.83 रूपये मे खरीदा तो किसान बारदाना लेकर आ रहा है, उनकों 15 रू. प्रति नग के दर से भुगतान करने का क्या आधार है, स्पष्ट करें किसानों की पूरी समस्या का जड़ है भूपेश बघेल की सरकार की अव्यवस्था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हम किसानों के हित में इस्तीफा की मांग करते हैं.