श्रीनगर, पहलगाम। जम्मू कश्मीर टूरिज़्म, फिक्की एवं इंडियन गोल्फ एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में 27 से 30 मई तक आयोजित गोल्फ, माइस टूरिज्म समिट एवं गोल्फ टूर्नामेंट में छत्तीसगढ़ टूरिज्म के द्वारा पार्टनर स्टेट के रूप में शामिल हुआ है.
इस भव्य आयोजन के शुभारंभ के अवसर पर श्रीनगर में आयोजित मिलन कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन के चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन, प्रिंसिपल सेक्रेटरी गौरव द्विवेदी, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध निदेशक अनिल साहू सहित छत्तीसगढ़ प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता, पर्यटन, संस्कृति, ट्राइबल उत्पाद इत्यादि को विभिन्न तरीके से वहां उपस्थित टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स एवं टूरिज्म से जुड़े संस्थाओं के सामने प्रस्तुत करते हुए छत्तीसगढ़ भ्रमण के लिए आमंत्रित किया गया. इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की ओर से एडीजी रुपिंदर बरार विशेष रूप से शामिल हुईं.
अमिताभ जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक साल वनों, वन्य जीवों, एवं विभिन्न संस्कृति और परंपराओं का केंद्र रहा है. उन्होंने कहा कि गोल्फ एक शानदार खेल है और गोल्फ टूरिज्म से न सिर्फ इस खेल को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह डेस्टिनेशन को अनुभव कर पाने का एक शानदार अवसर भी देता है.
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों में पर्यटन उत्पादों की वृहद श्रृंखला का प्रदर्शन करना चाहिए, जिससे की पर्यटकों के पास विभिन्न विकल्प हो सकें और वे बेहतर सुविधाओं के साथ अपने पर्यटन का आनंद ले सकें.
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार साहू ने पर्यटन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में विभिन्न संभावनाओं एवं सुविधाओं को हाइलाइट करते हुए प्रेजेंटेशन दिया. कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के प्रयासों की सराहना की.
उद्घाटन सत्र के पैनल डिस्कशन में मुख्य रूप से सभी वक्ताओं ने विभिन्न पर्यटन उत्पादों पर अपने विचार रखें. इस चर्चा में गोल्फ टूरिज्म, माइस (मीटिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट), हेल्थ एंड वेलनेस टूरिज्म, कृषि, इको, खेल, एडवेंचर टूरिज्म के साथ ही वाइल्ड लाइफ टूरिज्म की संभावनाओं, सकारात्मक परिणामों पर विस्तृत बातचीत हुई.
कार्यक्रम में जर्मनी एवं ऑस्ट्रिया के डिप्लोमेट्स के साथ ही टूरिज्म सेक्टर के प्राइवेट स्टेक होल्डर्स भी शामिल हुए. यह पहला अवसर है, जब प्रदेश के मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी पर्यटन से संबंधित आयोजन में शामिल हुए हैं. यह इस बात को साबित करता है कि छत्तीसगढ़ शासन अपने प्रदेश के पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए बहुत ही सजग और गंभीर है.
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में प्रमुख रूप से प्रतिभागिता दर्ज करने से प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही यहाँ पर्यटन से जुड़े लोगों के रोजगार में वृद्धि तो होगी ही साथ ही छत्तीसगढ़ को विश्व पटल पर एक नई पहचान मिलेगी.