विप्लव गुप्ता,पेंड्रा। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का मसला पहले से ही सुर्खियों में है. इसी बीच गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के धान खरीदी केंद्र खोडरी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. खरीदी केंद्र के पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर ने फर्जीवाड़ा कर 20 किसानों के धान बिक्री का फ़र्ज़ी ऑनलाइन डाटा एंट्री कर लाखों रुपए का गबन करने वाला था. लेकिन मामले का खुलासा होने के बाद प्रशासन ने पूर्व कम्प्यूटर ऑपरेटर और समिति प्रबंधक के खिलाफ गौरेला थाने में अपराध दर्ज कराया है.

पूरा मामला गौरेला ब्लॉक के सहकारी समिति खोडरी का है, जहां पूर्व में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर दिनेश वस्त्रकार और समिति प्रबंधक मोहन लाल मरावी ने सांठगांठ कर 1 जनवरी से 5 जनवरी तक 20 किसानों के नाम से फर्जी धान बिक्री का ऑनलाइन रिकॉर्ड दर्ज कर दिया. जबकि वास्तविकता में किसानों के द्वारा धान खरीदी केंद्र में किसी भी प्रकार का धान बिक्री नहीं किया गया था. इसके बावजूद दिनेश वस्त्रकार ने फर्जीवाड़ा करते हुए लगभग 1510.40 क्विंटल धान लगभग 28 लाख 46 हजार 683 रुपए का धान खरीदी रिकॉर्ड में चढ़ा दिया.

कंप्यूटर ऑपरेटर दिनेश वस्त्रकार ने समिति प्रबंधक मोहन लाल मरावी का आईडी पासवर्ड उपयोग कर 1 जनवरी को 9 किसानों के नाम पर 881.20 क्विंटल धान, 4 जनवरी को 3 किसानों से 173.20 क्विंटल धान, 5 जनवरी को 8 किसानों से 456 क्विंटल धान खरीदी दर्शाया गया. पूरे मामले की खुलासा होने पर फर्जी ऑनलाइन बिक्री कूटरचना कर शासकीय धनराशि क्षति पहुंचाने के प्रयास किया गया.

मामले में प्रशासन ने समिति प्रबंधक मोहन लाल मरावी और कंप्यूटर ऑपरेटर दिनेश वस्त्रकार के खिलाफ गौरेला थाने में शिकायत दर्ज कराई है. मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्जकर आगे की कार्रवाई कर रही है.