रायपुर। राजधानी रायपुर में एक तरफ कोरोना मरीज लगातार काल को मात दे रहे हैं, जिससे रायपुर जिले में 14 सरकारी कोविड हॉस्पिटल को बंद कर दिए गए हैं. दूसरी तरफ अब कोरोना टीके की मारामारी हो गई है. लोग कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद दूसरी डोज के लिए भटक रहे हैं. इतना ही नहीं 18+ वालों को पहली पहली डोज ही नसीब नहीं हुई है. ऐसे में लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है.

वैक्सीन की दूसरे डोज के लिए भटक रहे लोग

जानकारी के मुताबिक 18 प्लस के लिए वैक्सीन नहीं होने कारण अभियान को बंद कर दिया गया है. वैक्सीन के लिए सिर्फ़ रायपुर में ही हज़ार से ज़्यादा लोग और प्रदेश में लगभग 30 हजार लोगों को दूसरा डोज़ नहीं मिला है. प्रदेश में फ़िलहाल 10 लाख से ज़्यादा टीका स्टॉक में है. ऐसे में स्टॉक में पड़े-पड़े लाखों कोरोना वैक्सीन ख़राब न हो जाए.

एक करोड़ 30 लाख लोगों को टीके का लक्ष्य

दूसरी तरफ़ टीका नहीं होने के कारण बंद18 + वैक्सीनेशन पड़ा है. एक करोड़ 30 लाख लक्ष्य में महज़ 7 लाख लोगों को टीका लगा है. लाखों लोग रजिस्ट्रेशन कराके अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं. टीकाकरण आवंटन नियम टीकाकरण अभियान में अवरोध बना है. इसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

रायपुर के प्रभारी टीकाकरण अधिकारी संदीप अग्रवाल ने बताया कि जिन लोगों को वैक्सीन लगा था, उन लोगों को दूसरे डोज के लिए लगभग एक हजार लोगों का समय हो गया है. वैक्सीन नहीं है. ऐसे स्थिति में कई लोग वैक्सीन सेंटर से कार्यलय तक पहुंच रहे हैं, जैसे वैक्सीन 18+ के लिए आ जाएगी, फिर दूसरी डोज लगाई जाएगी.

बता दें कि ऐसी ही राज्य के सभी जिलों का हाल है, जहां लोग वैक्सीन के दूसरे डोज का इंतजार कर रहे हैं. पहले डोज के लिए लाखों लोग सीजी टीका एप में पंजीयन करा कर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि ये इंतजार कब खत्म होगा.

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