रायपुर। भाजपा सांसद सुनील सोनी का आरोप है कि सरकार क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है. लगातार हो रही लापरवाहियों से सेंटरों में मौतें हो रही है. उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस से जाँच कराने की मांग सरकार से की है.
सांसद सोनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 दिन बाद अनलॉक हुआ है. इसमें सावधानी बरतनी होगी. सब्जी, किराना, दूध के लिए समय निश्चित किया जाएगा तो दिक्कत बढ़ेगी. समय बढ़ाने की जरूरत है. लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. लापरवाही से बचना चाहिए, समझदारी दिखाया जाना चाहिए. शहर की जनता से इस बात का आग्रह करता हूँ. कोरोना से निपटने का एकमात्र इलाज है. टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर. कंटेंटमेंट जोन में ही 80 फीसदी संक्रमित लोग मिले है. ऐसी जगह पर टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है. कंटेंटमेंट जोन में सख्ती बरती जाए. कोरोना सेंटर्स के लिए बनाई गई कमेटी केवल राजनीतिक पहलू है. विशेषज्ञों की कमेटी ठीक है. इसके अच्छे नतीजे आएंगे.
गौठान समिति के नाम पर राजनीति
वहीं सांसद सुनी सोनी यह भी कहा कि सरकार गौठान समिति के नाम पर राजनीति कर रही है. पंचायतों ने गौठान समिति के लिए नाम भेजे, लेकिन उन नामों को नजरअंदाज कर कांग्रेसियों को शामिल कर लिया. पूरे छत्तीसगढ़ में जितनी पंचायत है, वहां अराजकता का माहौल है.
सांसद सोनी का कहना है कि सरकार ने कहा था प्रस्ताव भेजिए गौठान समिति बनाएंगे. हजारों की तादात में प्रस्ताव आया. पंचायतों ने नाम दिया था, लेकिन अब उस सूची को नजरअंदाज कर सरकार ने कांग्रेस के पदाधिकारियों को समिति में शामिल कर लिया है. जानकारी में आई है कि कांग्रेस ने गौठान प्रकोष्ठ बना दिया है. ऐसा लग रहा जैसे सरकार ने इस योजना का कांग्रेसीकरण कर दिया है. जिस तरह की गतिविधिया गौठान के नाम पर हो रही है, उससे तो यही प्रतीत हो रहा कि सरकार योजना के नाम पर इसका दुरुपयोग कर रही है. सरकार के इस रवैय्ये को लेकर पंचायतों में बेहद आक्रोश है.