रायपुर। खम्हारडीह थाना प्रभारी ममता अली शर्मा के खिलाफ जाँच शुरू हो गई है. मामले में जाँच का जिम्मा एसएसपी अजय यादव ने सीएसपी नसर सिद्दिकी को दिया है. नसर सिद्दिकी से एसएसपी ने जल्द से जाँच पूरी कर रिपोर्ट देने को कहा है. दरअसल मामला पत्रकार हेमंत शर्मा के खिलाफ एक झूठी शिकायत करवाने के लगे आरोप का है.
टीआई ममता अली शर्मा पर यह आरोप लगा है कि उन्होंने धारा-151 के मामले में फंसी महिला को पत्रकार हेमंत के खिलाफ शिकायत करने को कहा. ये बातें खुद शिकायतकर्ता महिला एक प्रेसवार्ता के दौरान कही थी. इससे नाराज पत्रकारों ने कल ममता अली शर्मा की शिकायत उसी के थाने में की. वहीं मामले की शिकायत गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से भी की. गृहमंत्री ने इस मामले में एसएसपी को जाँच करने को आदेशित किया. एसएसपी ने इस पूरे मामले सीएसपी सिविल लाइन को जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा है.
वहीं आज इस मामले में सोशल मीडिया में एक प्रेस नोट वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ कांग्रेसी नेताओं के द्वारा थाना प्रभारी ममला अली शर्मा का समर्थन किए जाने की बात कही गई है. वायरल प्रेस नोट के मुताबिक कांग्रेसी विधायक कुलदीप जुनेजा, नगर निगम जोन अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा, पूर्व पार्षद राकेश धोतरे ने थाना प्रभारी के खिलाफ जाँच नहीं किए जाने की मांग की. ऐसे में सवाल यही उठ रहा है कि क्या कांग्रेसी विधायक और उनके समर्थक ममता अली शर्मा को बचाने में लगे हैं ?
हालांकि जब हमने इस वायरल प्रेस नोट को लेकर विधायक कुलदीप जुनेजा से बात की तो उन्होंने कहा कि उसके बयान को लेकर जो प्रेस नोट वायरल हो रहा है वह झूठ है. मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. वायरल प्रेस नोट में क्या लिखा गया मुझे नहीं मालूम. मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं.
वहीं जोन अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने कहा- मेरे नाम जो बयान जारी हुआ है उस पर मैं क्या कहूँ. मैं यही कह सकता हूँ कि इस मामले में ममता अली शर्मा को लेकर मुझे कोई शिकायत नहीं रही. लेकिन ऐसा भी नहीं कि पत्रकारों ने जो शिकायत की है उस मामले की जाँच नहीं होनी चाहिए. जाँच होनी चाहिए. मैं जाँच के विरोध में नहीं हूँ.
इस तरह हुई है पत्रकार के खिलाफ साजिश, जिसे लेकर सवालों के घेरे में टीआई…पढ़िए
ये भी पढ़िए…
http://लॉक डाउन में जन्मदिन मनाने इकट्ठा हुए घर में, 4 युवती और 5 युवक गिरफ्तार, अब रात काटनी होगी हवालात के भीतर