सुप्रिया पांडे,रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी समेत कई जिलों में ढाई महीने बाद आज से मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे खोल दिए गए हैं. जिससे भक्त अब भगवान के दर्शन कर सकेंगे. लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाइज और मास्क लगाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही मंदिर में सिर्फ भगवान के दर्शन कर सकेंगे, प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे. मंदिरों में एक-एक कर भक्तों को माता के दर्शन कराए जा रहे हैं.
राजधानी में तमाम मस्जिदों के भी खुलने से रौनक लौट आई है, लेकिन उन्हें फर्श पर ही नमाज अदा करनी होगी. कॉरपेट या मैट नहीं बिछाया जाएगा. गुरुद्वारों को भी खोला गया है, जहां लंगर बैठाकर खिलाने के बजाय उन्हें पार्सल दी जाएगी. वही गिरजाघरों में आज भी लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगाई गई है. राजधानी के चर्चों में ऑनलाइन आराधना होगी.
महामाया मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला ने बताया कि मंदिर में एक बाल्टी में फिटकिरी और डेटॉल वाले पानी में श्रद्धालुओं के पैर धुलवाए जा रहे है. सभी सेनिटाइजर टनल के माध्यम से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कर रहे. किसी भी दर्शनार्थी से किसी भी तरह का चढ़ावा स्वीकार नहीं किया जाएगा.
मंदिर पहुंचे भक्त आनंद शुक्ला ने बताया कि आज काफी दिनों के बाद मंदिर आया हूँ. अच्छा महसूस हो रहा है. मेरे पिता बीमार है, उनके लिए प्रार्थना करने के लिए कब से भटक रहा था. आज मंदिर आया तब दिल को तसल्ली मिली.
ओमकार शर्मा ने बताया कि काफी दिनों बाद भगवान के दर्शन कर अच्छा महसूस हो रहा है. यहां दर्शनार्थियों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है. ऐसी ही व्यवस्थायों के साथ मंदिर को खोला जाना चाहिए. सविता कुमारी ने कहा कि बहुत दिनों के बाद मंदिर आई हूं. बहुत अच्छा लग रहा है. यहां पर अच्छे इंतजाम किए जा रहे है.