हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी के बूढ़ातालाब में गुरुवार देर शाम बोरे में बंधी मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही सुलझा ली है. हत्या के आरोप में पुलिस ने पत्नी, दामाद और सौतेले बेटे को गिरफ्तार किया है. परिवार में आपसी विवाद के चलते शेख आशिक कादर को मौत के घाट उतारा गया था. घर में ही वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने लाश को बोरे में बांधकर मकान से कुछ ही दूरी पर ठिकाने लगा दिया.

जानकारी के मुताबिक मृतक शेख आसिफ कादर (35 वर्ष) की दो पत्नियां है. पहली पत्नी रानी उर्फ रूबीना और दूसरी पत्नी जोया उर्फ निशु है. पहली पत्नी की यह दूसरी शादी थी, जिसके पहले से ही तीन बच्चे हैं. उन्हीं में से सबसे बड़ी बेटी के साथ सौतेला पिता आशिक छेड़खानी कर गलत काम को अंजाम देता था. इसके इन हरकतों से परेशान होकर सौतेली बेटी बिना किसी को बताए घर से चली गई और सड़क किनारे भीख मांगने लगी. परिजनों ने थाने में इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. उसी बीच परिजनों को वह सड़क पर भीख मांगती नजर आई. किसी तरह समझा बुझा कर उसे वापस घर ले आए और यूं ही बिना बताए घर से चले जाने की वजह पूछा, तो जो उसने बताया वो सुनकर मां भौचक्के रह गई. बेटी ने अपनी मां को बताया कि सौतेला पिता मां की गैरमौजूदगी में उसके साथ बार-बार जबरन गलत काम करता था.

इसी बीच दूसरी पत्नी जोया ने शेख आशिक के खिलाफ जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए थाने में अपराध दर्ज करा दी. जिसके बाद पुलिस ने आसिफ को धारा 307 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. आशिक कई महीनों तक जेल में ही रहा. इसी दौरान पहली पत्नी रूबीना पति को सूचना दिए बगैर अपनी बेटी की शादी दिल्ली निवासी इरफान से कर दी. जेल से छूटने के बाद आशिक घर पहुंचा, तो उसे खबर लगी की सौतेली बेटी की शादी करा दी गई है. जिससे वो अपनी पत्नी को डराने लगा कि वो अभी नाबालिग है और तुमने उसकी शादी करा दी है. इसकी शिकायत उसने थाने में करने की बात कही. जब महिला थाने पहुंचे, तो परिसर में ही दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ था.

28 अक्टूबर की रात दामाद इरफान, बेटी, पत्नी रूबीना, नाबालिग बेटा और स्वयं आसिफ घर पर मौजूद थे. आशिक अपनी सौतेली बेटी के साथ गाली-गलौच कर रहा था. यही बात मां और दामाद, बेटे को नागवार गुजरी और आवेश में आकर तीनों ने आशिक की हत्या कर दी. आधी रात को ही पत्नी और दामाद ने मिलकर लाश को बांधकर बोरी में भर दिया, फिर शव को घर से कुछ ही दूरी पर फेंक दिया.

29 अक्टूबर को देर शाम पुलिस ने बूढ़ातालाब में आसिफ का शव बरामद किया, तुरंत उसकी पहचान नहीं पाई. लेकिन वाट्सअप पर फोटो देखकर उसके परिजन घटना स्थल पर पहुंचे, तब उसकी पहचान हो सकी. जिसके बाद पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को पता चला कि इसका दोनों पत्नियों के साथ अक्सर विवाद होता रहता था. महिला थाने के सामने पहली पत्नी के साथ हुए विवाद का वाक्या भी पुलिस को पता चला. मामले में पत्नी को ही संदेही मानकर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.

पुलिस की पूछताछ में पहली पत्नी रूबीना ने हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया कि दामाद और बेटे के साथ मिलकर आशिक को मौत के घाट उतारा है. यह पूरी जानकारी हमें पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिली है. इस तरह पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही मामले को सुलझा लिया है. शनिवार को पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा कर सकती है.

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