रायपुर। ऋचा जोगी की जाति मामले को मचे सियासी बवाल के बीच अमित जोगी का ताजा बयान सामने आया है. उन्होंने प्रेस नोट जारी कहा है कि ऋचा को अभी तक मुंगेली कलेक्टर की ओर से न नोटिस मिला है, न शिकायत की कॉपी उन्हें भेजी गई है. नोटिस भेजने की बात झूठी है. ऋचा औऱ उनके परिवार पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है.

ये है अमित जोगी का बयान जो उन्होंने जारी किया है- 

अख़बारों से पता चला है कि मेरी धर्मपत्नी डॉक्टर (श्रीमती) ऋचा जोगी की जाति पर कुछ लोगों ने @MungeliDist कलेक्टर के समक्ष आपत्ति करी है. कलेक्टर साहब ने बोला है कि वे ऋचा से इस सम्बंध में विधिवत 8.10.20 को जवाब माँगेगे।सबको मालूम है कि ऋचा रायपुर में जोगी बंगले में हमारे साथ रहती है. उसके बावजूद आज तक उन्हें न तो नोटिस मिला है, न ही उनके विरुद्ध की गई किसी शिकायत की प्रतिलिपि भेजी गई है और न ही मेरी जानकारी के अनुसार विधि अनुरूप मुंगेली की जिला छानबीन समिति का गठन किया गया है. क्या भूपेश सरकार मुंगेली कलेक्टर पर दबाव डालके बिना समिति का गठन किए, बिना नोटिस दिए, बिना शिकायत की कॉपी दिए और बिना ऋचा का पक्ष सुने उनके विरुद्ध एक तरफ़ा कार्यवाही करके जज की भूमिका निभाना चाहती है ? स्वर्गीय अजीत जोगी जी के ऊपर झूठा आरोप लगाने वाले अब उनकी बहू को भी नहीं बख्श रहे हैं. ये तो जंगल राज है ! मैं महामहिम @GovernorCG से इस मामले में तत्काल कलेक्टर से स्पष्टीकरण माँगने की गुहार लगाता हूँ.

बता दें कि ऋचा जोगी पर आरोप है कि उन्होंने अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र मुंगेली जिला के जरहागांव उप-तहसील कार्यालय से प्राप्त किया. इस मामले में कांग्रेस नेता संतकुमार नेताम ने मुंगेली कलेक्टर समक्ष शिकायत की है. संतकुमार ने 18 बिंदुओं में जाँच की मांग की है. वहीं मुंगेली कलेक्टर इस मामले में जाँच के आदेश दे दिए हैं. मुंगेली कलेक्टर के मुताबिक ऋचा जोगी को नोटिस जारी कर 10 दिनों में जवाब मांगा गया है.