रायपुर। भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिशन के 4 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में “(PMAY-U) & ASHA INDIA AWARDS” के तहत छत्तीसगढ़ राज्य को तीन श्रेणियों में अवार्ड प्राप्त हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री, हरदीप सिंह पुरी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. इस आनलाईन पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में विभागीय मंत्री डॉ. शिव कमार डहरिया संयुक्त सचिव आर इक्का सडा के सीईओ सौमिल रंजन चौबे एवं उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी (परि.) शैलेन्द्र पाटले उपस्थित रहे.

पुरस्कार प्राप्ति के बाद मंत्री ने सभी विजेताओं को उपलब्धि की बधाई देते हुए सबके लिए आवास योजना में सरकार के प्रयासों को सफलता का पहला पायदान बताया. छत्तीसगढ़ राज्य को देश का मार्गदर्शक राज्य बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ ने हमेशा ही देश के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है. स्वच्छता में भी हमारा राज्य देश का नंबर वन राज्य है और अब आवास योजना में भी हम देश के सामने आशा चढ़ी परवान जैसी परियोजनाओं के माध्यम से मिसाल कायम कर रहे हैं. ये समस्त छत्तीसगढ़ वासियों के लिए गौरवान्वित होने का समय है.

पुरस्कार:

मोर जमीन-मोर मकान घटक के अन्तर्गत हितग्राहियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, अन्य योजनाओं का समावेश कर उनके सफल क्रियान्वयन के लिए “बेस्ट कन्वर्जेस विथ अदर मिशन’ की श्रेणी में छत्तीसगढ़ राज्य को उत्तम प्रदर्शन करने हेतु पुरस्कृत किया गया.

नगर पालिका परिषद, डोंगरगढ़ को अधिक से अधिक आवास निर्माण पूर्ण करने पर देश में “बेस्ट परफॉर्मिग म्युनिसिपल काउंसिल श्रेणी एवं प्रदेश के तीन हितग्राही मंजू साहू (धमतरी), मुमताज बेगम (धमतरी), ममता वर्मा (कवर्धा) के आवासों को देश के “बेस्ट हाउस कंस्ट्रक्शन श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त हुए.

छत्तीसगढ़ ने आवास योजना में 2019 में सफलता की सीढ़ियां चढ़नी शुरू की. राज्य शासन ने हितग्राहियों को जल्द से जल्द मूलभूत सुविधा युक्त आवास प्रदान कराने के लिए नियमों में आवश्यक बदलाव किए, जिसका परिणाम रहा कि राज्य ने तीन श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त करने में सफलता हासिल की। शीघ्र आवास निर्माण के लिए भूपेश सरकार ने कुछ मूलमंत्र दिए, जो इस प्रकार हैं.

नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्तियों को पट्टा वितरण.

आबादी भूमि के हितग्राहियों को पात्र हितग्राही प्रमाण-पत्र का वितरण.

कम समय अवधि में हितग्राहियों को किश्त प्राप्ति एवं आवश्यकता अनुरूप आसान किश्तें.

स्पेशल प्रोजेक्ट- सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शासन ने स्पेशल प्रोजेक्ट की शुरआत की, जिसका परिणाम रहा कि ये समुदाय अब विकास की मुख्य धारा से जुड़ कर प्रगति की राह पर आगे बढ़ चले हैं. निकायों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा कराने एवं निर्माण कार्य में शीघ्रता लाने के लिए राज्य स्तरीय मोर प्रदर्शन-मोर सम्मान प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया, जिसके परिणाम स्वरूप आवास निर्माण के कार्य अति शीघ्र पूर्ण हुए. मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, विभागीय सचिव एवं अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण किए गए. कार्यों की नियमित रूप से ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की गई. जन जागरूकता के लिए स्वच्छ भारत मिशन के साथ संयुक्त रूप से व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया गया.

योजनाओं का समावेश

राज्य शासन ने हितग्राहियों की सुविधाओं को प्रमुखता देते हुए आवास योजना अन्तर्गत 827 परियोजनाओं में अन्य योजनाओं का समावेश किया, जिसका सबसे बड़ा उदाहण “आशा चढ़ी परवान” है.

आशा चढ़ी परवान

इस लाभकारी योजना का सीधा लाभ मिला कुष्ठ पीड़ितों और उनके परिवारों को, जो बीमारी की वजह से शहर से बाहर रह कर भिक्षावृत्ति कर पेट भरने को मजबूर शासन ने ना सिर्फ इन पीड़ितों के लिए निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की, साथ ही रहने के लिए मूलभूत सुविधायुक्त पक्के आवास बना कर दिए.

  • आत्मनिर्भरता हेतु रोजगार के साधन उपलब्ध कराए, यहां कई पीड़ित ऐसे हैं जो पहले सड़कों पर भिक्षावृत्ति करते थे, आज वही पीड़ित शहर की उन्हीं सड़कों पर बड़े गर्व से इलेक्ट्रिक रिक्शा चला रहे हैं.
  •  महिलाएं भी लघु कुटीर उद्योग से आर्थिक रूप से अधिक सक्षम हो गई हैं।

सामाजिक अस्पृश्यता की वजह से इन पीड़ितों के बच्चे आम बच्चों के साथ स्कूल नहीं जा पाते थे. शासन ने इन बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रखने के लिए स्कूलों का भी निर्माण कराया. सरकार द्वारा घर में ही बिजली, पानी और गैस कनेक्शन की सुविधा मिलने से कभी बेघर हुए इन परिवारों को जैसे नया जीवन ही मिल गया है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले दो वर्षों में सबके लिए आवास योजना (शहरी) के तहत अब तक 75 हजार से अधिक मूलभूत सुविधायुक्त पक्के आवासों का निर्माण पूर्ण कर हितग्राहियों को उनके सपनों का घर प्रदान किया जा चुका है.