रायपुर।  मातृ भूमि की सेवा के लिए सरहद पर मर मिटने वाले अमर शहीदों की बहादुरी का मंचन कर युवाओं ने दर्शकों को भाव-विभोर कर देशभक्ति का जज्बा जगाया। इस लघु नाटिका में उग्रवादियों द्वारा जाति, धर्म, बोली-भाषा और क्षेत्र के नाम पर देश को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ सर्तक रहने का संदेश दिया। युवा महोत्सव में कोरबा जिले के युवाओं ने एकांकी नाटक में देश की सुरक्षा के लिए सैनिकों को सरहद पर भेेजते समय बूढ़ी मां, नव विवाहिता और बहन द्वारा अद्यम्य साहस की जीवांत प्रस्तुति दी। इस नाटक में सैनिकों को सरहद पर उन्हें बिदा करना और दुश्मनों से लड़ते-लड़ते शहीद हो जाने पर उनके द्वारा फर्ज अदा करने के दृश्य ने दर्शकों को भावुक कर दिया। देश भक्ति से परिपूर्ण इस नाटक ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।

बालोद जिले के युवतियों ने राम लीला का मंचन किया और मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम द्वारा सीता हरण पर उनके विलाप का मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया। युवतियों ने आर्कषक साज-सज्जा और तीर, धनुष, गदा, तलवार से युक्त होकर राम, लक्ष्मण, हनुमान, बाली, सुग्रीव, कुम्भकरण और रावण का बेहतरीन अभिनय कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रेक्षा गृह में रायगढ़, कोण्डागांव और राजनांदगांव जिले के युवा कलाकारों द्वारा प्रस्तुत एकांकी नाटक में युवाओं ने अहंकार को त्यागकर खुद को पहचानने एवं मोक्ष प्राप्ति की जीवंत प्रस्तुति दी। नारी सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा, अंध-विश्वास, नशा मुक्ति, वृक्षा रोपण, हरे भरे वृक्षों की सुरक्षा, जल स्त्रोतों-हैंड पंप, कुंआ, तालाब, नदी-नालों के आसपास स्वच्छता बनाए रखने, शौचालयों का उपयोग करने सहित सामाजिक चेतना पर नाटक प्रस्तुत किया। युवा कलाकारों ने पशु धन विकास, कम्पोस्ट खाद निर्माण और बाड़ी विकास के तहत उद्यानिकी फसलों की पैदावार बढ़ाकर ग्रामीणों का आय बढ़ाने जैसे विषयों पर बेहतरीन नाटक प्रस्तुत किया।