रायपुर। अजीत जोगी के निधन के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के कांग्रेस में विलय को लेकर आ रही ख़बरों को जेसीसी(जे) विधायक दल और पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मजीत सिंह ने पूरी तरह से नाकार दिया है. उन्होंने इस पूरे मामले में एक प्रेस नोट जारी किया है. जिसमें कविता के लहजे में उन्होंने कहा है- ‘ये दुख की है घड़ी, न जोड़े कोई राजनीतिक कड़ी’.
उन्होंने कहा कि यह सर्वज्ञात है कि इस समय जोगी परिवार एवं समस्त छत्तीसगढ़वासी गहरी वेदना में हैं. ऐसे समय में किन्हीं तत्वों द्वारा पार्टी के विलय के विषय में बयानबाजी किया जाना न सिर्फ असंवेदनशीलता का परिचायक है, बल्कि बिना हवा के राजनीतिक गुब्बारे फुलाकर उड़ाने जैसा है.
उन्होंने लोगों से अपील की है कि दुख की इस घड़ी में कोई भी किसी राजनीतिक कड़ी को न जोड़े. उन्होंने राजनीतिक हवाबाजों को नसीहत देते हुए कहा कि अगर इतना खाली समय है तो कोरोना के विषय में जनजागरण करें और राज्य के लोगों के हित में काम करें. यही माननीय अजीत जोगी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
गौरतलब है कि अजीत जोगी के निधन के बाद से छत्तीसगढ़ में राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय है कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी का अब क्या होगा ? पार्टी रहेगी या फिर कांग्रेस में जेसीसी(जे) का विलय हो जाएगा. कुछ ख़बरें कांग्रेस में विलय हो जाने के लेकर भी आती रही है. वहीं कुछ अफवाह अभी यह भी है कि जेसीसी(जे) के कुछ नेता भाजपा में जा सकते है. फिलहाल जेसीसी(जे) की ओर से धर्मजीत सिंह ने बयान जारी कर इन तमाम अफवाहों पर विराम लगा दिया है.