अखिलेश जायसवाल,रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कलेक्टर रणबीर शर्मा के ‘थप्पड़कांड’ की गूंज देश भर में सुनाई दी. जब कलेक्टर साहब सुर्खियों में आए, तो सोशल मीडिया में उनके खिलाफ लोगों का खूब गुस्सा फूटा. इससे यह साफ हो गया कि कार्रवाई होनी तय है. लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई है. उन्हें कलेक्टर के पद से हटा दिया गया है. कुछ महीने बाद वो फिर से बहाल कर दिए जाएंगे. कलेक्टर रणबीर का विवादों से नाता का कोई ताजा मामला नहीं है. इससे पहले भी जनाब ‘रिश्वतकांड’ और ‘गोलीकांड’ जैसे कारनामे कर चुके हैं. उनके लिए ‘कांड’ करना कोई नई बात नहीं है. चलिए हम आपको उनके किए गए ‘कांड’ को सिलसिले वार तरीके से बताते हैं.

रणबीर शर्मा हरियाणा कैडर के 2012 बैच के IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) है. थप्पड़कांड के बाद उन्हें कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में सयुंक्त सचिव के रूप में पदस्थ कर दिया गया है. थप्पड़ वाली घटना तो आप सभी जानते ही होंगे, इसलिए पहले उनके कुछ पुराने पन्ने खंगाले जाए.

आईएएस रणबीर शर्मा

भालू को गोली मारने का दिया था आदेश

2014 में बिलासपुर जिले के मरवाही-गाैरेला में रणबीर शर्मा को एसडीएम के पद पर पदस्थापना मिली. तब वो पहली बार चर्चा में आए थे. उस दौरान रणबीर ने एक जंगली भालू को गोली मारने का आदेश दिया था. गोली लगने से भालू की मौके पर मौत हो गई थी. यह मामला भी काफी लंबे समय चला. रणबीर के खिलाफ जांच भी चली.

ACB ने रिश्वत लेते पकड़ा था

  • रणबीर शर्मा 2015 में कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर एसडीएम रहते हुए चर्चा में आए थे. उस समय रणबीर प्रशिक्षु IAS थे. एसडीएम रहने के दौरान वो पटवारी से 10 हजार रुपए रिश्वत लेते एंटी करप्शन ब्यूरो ने पकड़ा था. उन्हें एसडीएम के पद से हटा दिया गया था. तब भी उन्हें मंत्रालय में अवर सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया था.
  • चौगेल में पदस्थ पटवारी सुधीर लकड़ा ने मामले की शिकायत की थी. एसडीएम रणबीर शर्मा जमीन के खरीद-फरोख्त मामले में जांच रोकने और कार्रवाई नहीं करने के एवज में पैसे की मांग की थी. रणबीर ने 40 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन 30 हजार में बात बनी थी.
  • इस मामले में एसीबी ने उनके चपरासी गणेशराम सोरी को भी आरोपी बनाया था. लेकिन भूपेश बघेल ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए चपरासी का पक्ष लिया था. भूपेश ने कहा था कि रणबीर शर्मा के कहने पर चपरासी पैसे अपने पास रखता था.

लड़के को मारा थप्पड़

  • 22 मई 2021 का वो दिन सभी के जहन में गूंज रहा है. सूरजपुर में लॉकडाउन लगाया गया है. कलेक्टर रणबीर शर्मा खुद सड़कों पर उतरे. इस दौरान उन्होंने एक लड़के को थप्पड़ जड़ दिया. उसका फोन भी तोड़ दिया. उसके बाद पुलिस के जवानों से भी उसे डंडे पड़वाए. कलेक्टर ने खुद जवानों को मारने के निर्देश दिए थे. रणबीर शर्मा 2 मई 2020 को सूरजपुर कलेक्टर बनाए गए थे.
  • जबकि लड़का अपने हाथ में रखे पर्ची को दिखाकर यह कह रहा था कि वो टेस्ट करवाने जा रहा था. कलेक्टर रणबीर शर्मा ने पहले अपने सफाई में यह कहा कि लड़का तेज रफ्तार बाइक से पुलिसकर्मियों को कुलचने की कोशिश की. इसके बाद उन्हें रोका गया और उन्हें समझाइश दी गई.
  • इसके बाद देखते ही देखते थप्पड़ मारने का यह सोशल मीडिया में छा गया. ट्विटर पर कलेक्टर साहब ट्रेंड करने लगे. लोग कार्रवाई करने की मांग करने लगे. इस वीडियो को देखकर आईएएस एसोसिएशन ने भी गुस्सा जाहिर की. जब यह मामला तूल पकड़ने लगे, तब कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी.

कलेक्टर रणबीर शर्मा ने मांगी माफी

कलेक्टर रणबीर शर्मा ने वीडियो जारी कर इस घटना पर माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि सूरजपुर जिले में स्थिति खराब है. वो उनके माता-पिता भी कोरोना पॉजिटिव थे. कोरोना के बाद आदमी के शरीर पर जो बीतती है, मैं समझ सकता हूं. युवक ने बदतमीजी की, इसलिए मैंने आवेश में आकर चांटा मारा दिया. मैं अपने इस व्यवहार के लिए माफी मांगता हूं.

पद से हटाए गए कलेक्टर रणबीर शर्मा

थप्पड़कांड के बाद कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार का मामला मेरे संज्ञान में आया है. यह बेहद दुखद और निंदनीय है. छत्तीसगढ़ में इस तरह का कोई कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं.

गौरव कुमार सिंह बने सूरजपुर कलेक्टर

मंत्रालय से आदेश जारी कर कहा कि रणबीर शर्मा को कलेक्टर सूरजपुर से स्थानांतरित करते हुए तत्काल प्रभाव से मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थ किया गया है. वहीं रायपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर जिले का नया कलेक्टर पदस्थ किया गया हैं.

युवक को मिला नया फोन

अब थप्पड़ खाने वाले युवक अमन मित्तल को तरफ से नया फोन दे दिया गया. क्योंकि कलेक्टर ने उसका फोन पटककर तोड़ दिया था. अमन मित्तल ने मुख्यमंत्री और प्रशासन के तरफ से अब तक हुई करवाई पर संतोष जाहिर किया है. अमन ने बताया कि उसे नया मोबाइल मिल गया है. जो कार्रवाई हुई है, उससे वह संतुष्ट है.

https://www.youtube.com/watch?v=5pAHsx8Y95k

read more- Chhattisgarh Ranked Second by Central Department of Health and Family Welfare for the FY 2021-22