रायपुर। वन विभाग के अपर मुख्य सचिव खेतान ने आज मंत्रालय महानदी भवन में प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहण की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने बैठक में कहा कि संग्रहण काम से जुड़े सभी अधिकारी मैदानी स्तर पर जाकर संग्रहण कार्यों निरतंर मानिटरिंग करें और अविक्रित लाटों के पत्तों के उपचारण करना सुनिश्चित करें. किसी भी स्थिति में संग्रहण के लिए पारिश्रमिक भुगतान के लिए राशि की कमी न हो सभी संग्राहक परिवारों को समय अवधि के भीतर भुगतान किया जाए.

खेतान ने बीजापुर, कवर्धा और कांकेर में संग्रहण की कमजोर स्थिति के मद्देनजर वहां के कलेक्टरों से दूरभाष से चर्चा कर उनके जिलों में संग्रहण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. इस संबंध में उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों और मैदानी अमलों को जरूरी मार्गदर्शन और सहयोग दें. साथ ही वनमण्डल अधिकारियों की बैठक लेकर विक्रित और अविक्रिय लाटों में लक्ष्य के अनुरूप संग्रहण कराएं.

बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि वर्ष 2019 में कुल संग्रहण लक्ष्य 16.75 लाख मानक बोरा है, जिसमें से लगभग 9.75 लाख मानक बोरा अग्रिम निविदा से निर्वर्तित हो गये हैं तथा लगभग 6.95 लाख मानक बोरों का विभागीय संग्रहण किया जाना है.  6 मई तक लगभग 3 लाख मानक बोरा तेन्दूपता का संग्रहण हो चुका है. उन्होंने कहा इस वर्ष 4000 रूपए प्रति मानक बोरे की दर से संग्रहण पारिश्रमिक वितरित किया जा रहा है, अतः पारिश्रमिक भुगतान के लिए लगभग 690 करोड़ रूपये की आवश्यकता होगी, जिसमें से प्रथम चरण में 75 करोड़ रूपये सभी जिला यूनियनों में हस्तांतरित कर दी गई है.