सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आम बजट पेश कर दिया. इस बजट को लेकर राजधानी रायपुर के कारोबियों की बहुत सारी उम्मीदें थी, उसमें से कुछ बिंदुओं पर केंद्र का बजट खरा उतरा है. सराफा व्यापारी त्रिलोक चंद ने कहा कि प्री बजट के हिसाब से इनकम टैक्स का रेश्यो में मिलता जुलता है, सबसे पहले हमने सोचा था कि रेश्यों 5 लाख से ज्यादा होनी चाहिए जो सरकार ने किया. साथ ही यह भी कहा था टैक्स का स्लैब घटाया जाए जो 30 प्रतिशत करदाताओं के लिए तकलीफ दायक है, लेकिन नए कारोबारियों को 15 प्रतिशत टैक्स देना होगा, जिसे लेकर सरकार बधाई की पात्र है. लेकिन जो उम्मीद थी कि हर फील्ड में लोगों को कुछ मिलेगा तो ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया. ये बैलेंसिंग बजट है. प्रलोभन या लाभ नहीं है. चाहे रियल स्टेट हो, एजुकेशन हो, या सराफा कारोबार हो. किसानों को लेकर रेलवे ओर उड़ान की योजना बनाई गई है. यदि इसे सही ढंग से किया जाएगा तो किसानों के लिए फायदेमंद होगी.
ऑटो मोबाइल सेक्टर के कारोबारी अमर पारवानी ने कहा कि संतुलित बजट है. हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया गया है. कृषि, उद्योग व्यापार पेशा लोगों को लेकर जो स्लैब चेंज किया गया है यह सबसे महत्वपूर्ण है. यदि इस पर अमल किया जाता है तो बाजार में जीडीपी में उछाल आएगा. जो सरकार और व्यापारी वर्ग चाहते हैं वो जीडीपी सकरात्मक जाएगा और वस्तु की मांग बढ़ेगी जो संतुलित होगा. साथ ही इनकम टैक्स में राहत दी गई है जिसका हम स्वागत करते हैं.
रियल स्टेट कारोबारी सुबोध सिंघानिया ने कहा कि बहुत अच्छा और स्वागत योग्य बजट है. फाइनेंस में 5 लाख तक टैक्स नहीं पटाना है और टैक्स नहीं पटाएंगे तो वो लोग भी छोटे मकान के स्किम में आएंगे और लोग घर लेने के प्रति इच्छुक होंगे. जो गरीब लोगों के लिए मकान है, उसमें 2020 में अवधि खत्म हो रही थी उसमें समय बढ़ाया गया है. साथ ही छोटे मकानों में डेढ़ लाख से दो लाख तक छूट दी जा रही है. आम आदमी के लिए रियल स्टेट से संबंधित बजट स्वागत योग्य है.