रायपुर. बसपा विधायक केशव चंद्रा ने प्रश्नकाल में जांजगीर-चांपा जिले में डीएमएफ मद की राशि के खर्च का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि, केवल प्रशिक्षण के नाम पर 16 करोड़ 21 लाख रुपए की राशि डीएमएफ मद से जांजगीर-चाम्पा जिले में खर्च की गई है. 2019 के बाद क्या जिले में डीएमएफ की राशि के उपयोग को लेकर कोई ऑडिट या जांच कराई गई है.

विधानसभा में बसपा विधायक द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, किसी मामले को लेकर शिकायत आएगी तो मामले की जरूर जांच कराएंगे.

इसे भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ विधानसभाः तेंदूपत्ता बोनस और भुगतान का मामला सदन में गूंजा, 5 करोड़ की बकाया राशि को लेकर उठे सवाल…

वहीं केशव चंद्रा ने कहा कि, डीएमएफ मद की राशि का पूरा बंदरबाट हुआ है. इसकी जांच जरूरी है. इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, कहीं भी कोई शिकायत है तो मुझे लिखकर दे दें या कलेक्टर को दे दें, हम जांच करने में पीछे नहीं हटेंगे. केशव चंद्रा ने कहा कि, हम अलग से शिकायत करेंगे.

इसे भी पढ़ें- फिल्म पर सियासतः ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर विष्णुदेव साय ने CM भूपेश पर साधा निशाना, ट्वीट कर लिया आड़े हाथ…

बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि, पूरे करोनाकाल में 16 करोड़ से ज्यादा का प्रशिक्षण हो गया, किसने अनुमोदन किया. प्रशिक्षण की जरूरत क्यों पड़ी. विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि, हर साल ऑडिट करने का गाइडलाइन है, डीएमएफ को लेकर सारे ब्योरे ऑनलाइन रखने की जरूरत है. इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, ऑडिट की जानकारी अलग से दे देंगे.