जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले से एक सनसनीखेज अपहरण का मामला सामने आया है। लक्षणपुर गांव के एक युवक को हनीट्रैप में फंसाकर अगवा किया गया और उसके पिता से 17 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इस पूरे मामले को अपराधियों ने फिल्मी स्टाइल में अंजाम दिया, लेकिन पुलिस की सटीक रणनीति ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है, जहां लक्षणपुर निवासी युवक बुधराम साहू को पहले एक लड़की के जरिए वॉट्सऐप चैट के माध्यम से बहला-फुसलाकर बुलाया गया और फिर अगवा कर लिया गया। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने युवक के पिता को फोन कर 17 लाख रुपये की मांग की। आरोपियों ने रकम लेकर एक खेत में आने को कहा और रास्ते भर उन्हें फिल्मी अंदाज़ में लोकेशन देते हुए बताया कि पैसा कहां और कैसे रखना है।

इस अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और पूरी रात ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सुबह तड़के करीब 4 से 5 बजे के बीच खेत में घेराबंदी कर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को दौड़ाकर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दो आरोपियों में युवक अभय कुमार सूर्यवंशी और युवती आयशा बेगम शामिल हैं, जबकि एक अन्य आरोपी फरार बताया जा रहा है। सभी आरोपी लक्षणपुर गांव के ही रहने वाले हैं।

नगर पुलिस अधीक्षक कविता ठाकुर ने बताया कि आरोपियों ने मोबाइल में कुछ तस्वीर दिखाकर किशन साहू को ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर दिया था और इस मामले में दो लड़कों के साथ मिलकर अपहरण और फिरौती के लिए योजना बनाई थी। पुलिस की सही प्लानिंग के कारण किशन साहू को अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया गया है।