रायपुर। फ्रांस के प्रतिष्ठित कान फिल्म फेस्टिवल में भारत को आधिकारिक तौर पर सम्मानित देश का दर्जा दिया गया है. इस लिहाज से भारत की संस्कृति, धरोहर, भाषाई विविधता, सिनेमा को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा. कान फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 17 से 25 मई तक किया जाएगा.
भारत को ‘गोज टू कान सेक्शन’ में 5 चयनित फिल्मों को प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया है. इनमें जयचेंग जक्सई दोहुतिया की असमिया भाषा में निर्मित बागजान, शैलेंद्र साहू की हिंदी और छत्तीसगढ़ी में निर्मित बैलाडीला, एकतारा कलेक्टिव की हिन्दी में बनी फिल्म एक जगह अपनी (अ स्पेस ऑफ अवर ओन), हर्षद नलवाडे की मराठी, कन्नड़ और हिंदी में निर्मित फॉलोवर के अलावा जय शंकर की कन्नड भाषा में निर्मित शिवम्मा को स्थान दिया गया है.
फिल्म बैलाडीला 100 मिनट की है, जिसे हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा में बनाया गया है. फिल्म के डायरेक्टर शैलेंद्र साहू और निर्माता राजू बिस्वास हैं.इस फिल्म में दंतेवाड़ा के बैलाडीला की कहानी है. जो कि एक दस साल के बच्चे रिंकू के इर्द-गिर्द घूमती है.