Social Media Star of Chhattisgarh Mukesh Manikpuri: प्रतीक चौहान. क्या आपने कभी देखा है कि किसी गुपचुप बेचने वाले भैया को यू-ट्यूब ने Golden Play Button दिया हो… और सोशल मीडिया में उनकी दिवानगी कई बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेस से ज्यादा हो. हम बात कर रहे है राजधानी रायपुर से करीब 190 किमी दूर सरायपाली से करीब 40 किलोमीटर दूर सरसीवां के रहने वाले मुकेश मानिकपुरी Mukesh Manikpuri (Social Media Star of Chhattisgarh Mukesh Manikpuri) की. मुकेश छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे गुपचुप बेचने वाले विक्रेता है जिन्हें गोल्डन प्ले बटन मिला हो. उनके यू-ट्यूब में शार्ट वीडियोज की रिच मिलियन में है. लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने मुकेश मानिकपुरी के जीवन का पहला इंटरव्यू लिया.

अपने पास रखे Golden Play Button से लोगों को अपने गुपचुप के ठेले में आकर्षित करने वाले मुकेश मानिकपुरी कहते है कि उन्होंने जीवन में काफी संघर्ष किया. पिछले 6-7 महीने से ही वे गुपचुप का ठेला लगा रहे है. इसके पहले वे मजदूरी और राज मिस्त्री का काम किया करते थे. लल्लूराम से बातचीत में उन्होंने बताया कि वे साढ़े 9 कक्षा तक पढ़े है.

 यानी 9 वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद 10 वीं में छमाही तक. इसके बाद वे पिता के लिए लोग को जल्द चुकाने और परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए जम्मू-कश्मीर मजदूरी करने चले गए. ये जगह उनके लिए नई नहीं थी, क्योंकि उनके पिता और भाई भी यहां मजदूरी करने जाया करते थे.

लेकिन वहां जब काम मिलने में दिक्कतें होने लगी तो वो पुनः सारंगढ़ के सरसीवां पहुंच गए और यहां काम शुरू किया.

राईस मील में की मजदूरी, बोरे भी सीले

Mukesh Manikpuri कहते है कि मजदूरी का काम छोड़कर जम्मू से जब वे सरसीवां आए तो उन्होंने राईस मील में मजदूरी की और खाली समय जब बचता तो वे वहां बोरे सिलने का काम किया करते थे. यहां काम छुटने के बाद उन्होंने हार्डवेयर दुकान में भी काम किया. जब यहां भी काम समझ नहीं आया तो फिर उन्होंने गुपचुप का ठेला लगाना शुरू किया और साथ में यू-ट्यूब में शार्ट वीडियो भी पोस्ट किए.

इंस्टाग्राम में उनका पहला वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने बताया था कि वो ‘एक दिन में गुपचुप से कितना कमा लेते है’. इसके बाद उनके फॉलोवर्स तेजी से बढ़ते चले गए और आज Instagram में है 231K Followers और Youtube में है 1.34M subscribers है.

10 रूपए के 6 गुपचुप बेचते है मुकेश

ये पूछे जाने पर कि आप 10 रूपए के कितने गुपचुप बेचते है तो उन्होंने बताया कि वे 10 रूपए के 6 गुपचुप बेचते है और गुपचुप की पुड़ी भी वे अपने घर में खुद तैयार करते है. जिसमें उनकी पत्नी सीमा मानिकपुरी (Seema Manikpuri) उनका पूरा सहयोग करती है. मुकेश आज भी कम संसाधनों में अपना जीवन यापन कर रहे है, यहां तक उनका ठेला भी किराये का है और उन पर 25-30 हजार रूपए का लोन है, जिसे पटाने के बाद वे अपना ठेला बनाने की तैयारी में है.

3-4 किमी दूर जाते है Voice Over करने

मुकेश मानिकपुरी कहते है कि सोशल मीडिया में वे रोजाना 1 वीडियो पोस्ट करते है. वे दिनभर जो भी काम करते है उसकी छोटी-छोटी क्लीपिंग तैयार करते है और उसे रात में सोने से पहले एडिट करते है और फिर पोस्ट करते है. वीडियो के लिए Voice Over करने वे अपने घर से करीब 3-4 किमी दूर गांव में जाते है जहां बार-बार रिटेक के कारण कोई परेशान न हो और उनका वीओ (Voice Over) भी अच्छा हो.

मुकेश कहते है कि उन्हें लॉंग वीडियो बनाने और एडिटिंग के लिए समय नहीं मिलता. इसलिए वो शार्ट वीडियोज पर ध्यान दे रहे है और आगे उनका टारगेट Diamond Play Button प्राप्त करना है.