रायपुर. छत्तीसगढ़ की पहचान नवाचार वाले राज्य की बनती जा रही है, यहां आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकारी अस्पतालों में ‘हमर लैब’ स्थापित किए गए हैं. यह लैब देश के हर हिस्से में चर्चा का केंद्र बन गया है. यही कारण है कि अलग-अलग राज्यों को चिकित्सा विशेषज्ञ इन लैब का जायजा लेने आ रहे हैं. क्योंकि इन लैबों में एक ही छत के नीचे तमाम जांचों की सुविधा है. राज्य के जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘हमर लैब’ स्थापित किए गए हैं. जिला चिकित्सालयों के ‘हमर लैब’ में 120 प्रकार के और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लैब में 50 तरह की जांच की सुविधा है. इन लैबों का संचालन स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के द्वारा किया जा रहा है.

जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सस्ती दरों पर विभिन्न तरह की जांच की सुविधा प्रदान करने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा ‘हमर लैब’ स्थापित किए जा रहे हैं. इस लैब में एक ही छत के नीचे गुणवत्तापूर्ण जांच और डायग्नोस्टिक सेवाएं सुलभ है. ‘हमर लैब’ कोरोना काल में ज्यादा महत्वपूर्ण रहे हैं, क्योंकि इस दौरान भी यह लैब लगातार सेवाएं देते रहे.

दूसरे राज्यों के डॉक्टर और अधिकारी कर रहे अध्ययन

दूसरे राज्यों के अधिकारी और डॉक्टर अपने राज्यों में इस तरह का लैब स्थापित करने यहां के लैब के अध्ययन भ्रमण के लिए आ रहे हैं. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही सीडीसी, जपाईगो, पाथ और क्लिंटन फाउंडेशन जैसी संस्थाओं ने भी ‘हमर लैब’ का भ्रमण किया है. बताया गया है कि हाल ही में राजस्थान और कर्नाटक के डॉक्टरों और अधिकारियों के दल ने राज्य के ‘हमर लैब’ का दौरा कर इनकी अधोसंरचना और कार्य प्रणाली की जानकारी ली. इसी क्रम में एनएचएसआरसी (नेशनल हैल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर) नई दिल्ली और असम के डॉक्टरों और अधिकारियों की टीम भी इसके अध्ययन दौरे पर आने वाली है.

मिल रहे अच्छे परिणाम

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि ‘हमर लैब’ में जांच की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. रायपुर जिला अस्पताल के ‘हमर लैब’ के सफल संचालन और इसके अच्छे परिणामों को देखते हुए अन्य जिला अस्पतालों में भी इसे स्थापित किया जा रहा है. राज्य के नौ जिला अस्पतालों- दुर्ग, बालोद, बलौदाबाजार, कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर और बलरामपुर और तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों – मानपुर, पाटन और पलारी में ‘हमर लैब’ की स्थापना की जा चुकी है.

सरकार की ओर से दावा किया गया है कि विकासखंड स्तर पर देश की पहली लोक स्वास्थ्य इकाई (ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में स्थापित की गई है. वहां ‘हमर लैब’ के माध्यम से मरीजों को सभी तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

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