रायपुर। नक्सल आपरेशन में तैनात अधिकारी और छत्तीसगढ़ की सरकार नक्सलियों के सफाए का दावा लगातार कर रहे हैं. इन दावों के बीच नक्सली भी लगातार हमले कर रहे हैं और इन हमलों में हमारे जवानों की शहादत भी लगातार जारी है. पिछले 2 महीने में हुए नक्सली हमले में हमने 20 जवानों को खो दिया है.

हर बार की तरह नक्सलियों ने इस बार भी आईईडी विस्फोट का ही सहारा लिया है. नक्सलियों के आईईडी विस्फोट के सामने एमपीवी याने माइन्स प्रोटेक्टेड व्हीकल भी टिक नहीं पाते हैं और उनके परखच्चे उड़ जाते हैं. खुद मुख्यमंत्री भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि आईईडी एक बड़ी चुनौती है और हमारे पास आईईडी डिटेक्ट करने की तकनीक नहीं है.

तेलंगाना ने छत्तीसगढ़ के अंदर मारे 2 माह में 18 नक्सली

नक्सल मामलों में छत्तीसगढ़ की इंटेलीजेंस और नक्सल आपरेशंस फेल्योर लगातार फेल्योर साबित हुआ है. वहीं पड़ोसी राज्य तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स की टीम छत्तीसगढ़ की सीमा में दो बार प्रवेश कर बड़ी संख्या में नक्सलियों का सफाया कर चुकी है. 27 अप्रैल को ग्रेहाउंड्स से छत्तीसगढ़ के बीजापुर में घुसकर 8 नक्सलियों को मार गिराया था और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद किया था. इससे पहले 2 मार्च को ग्रेहाउंड्स छत्तीसगढ़ की सीमा के 35 किलोमीटर अंदर दाखिल होकर 6 महिला कमांडर सहित 10 नक्सलियों को मार गिराया था. उस दौरान AK47 रायफल, इंसास सहित बड़ी संख्या में हथियार बरामद हुए थे.

इस साल के नक्सली हमले

  • 13 मार्च 2018- सुकमा के किस्टाराम में नक्सलियों ने आईईडी लगाकर एमपीवी(माइन्स प्रोटेक्टेड व्हीकल) को उड़ा दिया था. इस हमले में एमपीवी के परखच्चे उड़ गए थे. हमले में 9 जवान शहीद हो गए थे वहीं 2 घायल हुए थे.
  • 21 अप्रैल 2018- सुकमा में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ का 1 जवान शहीद हो गया था
  • 9 अप्रैल 2018-  बीजापुर  में आईईडी विस्फोट किया जिसमें 2 जवान शहीद हो गए थे और 6 घायल हुए थे.
  • 2 मई 2018-  गरियाबंद जिले में आईईडी विस्फोट में 2 जवान शहीद हुए.
  • 20 मई 2018- दंतेवाड़ा जिले के किरन्दुल और चोलनार के बीच आईईडी ब्लास्ट में 6 जवान शहीद और 1 जवान घायल.

इसके अलावा दर्जनों और भी घटनाएं हैं जिनमें नक्सलियों ने आगजनी की है, अपहरण की वारदात को अंजाम दिया है.