केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से छत्तीसगढ़ के 465 थानों में से बोड़ला थाना को एनुअल रैंकिंग ऑफ पुलिस स्टेशन 2019 में सर्वश्रेष्ठ थाना चुना गया था. लेकिन आज यही थाने की पुलिस एक ऐसे सरपंच पति पर मेहरबान है जिस पर आरोप है कि उसने नाबालिग बैगा लड़की से अपने दो दोस्तों के साथ दुष्कर्म किया और फिर मामला दबाने के लिए 70 हजार रुपए की पेशकश की.

बोड़ला थाने के टीआई से जब इस संबंध में पूछा गया कि पार्षद पति को नहीं पकड़ा गया ? वो फरार है क्या ? तो कहा- अभी नहीं पकड़ा है… समझ लो फरार है.

ये है पूरा मामला

बोड़ला थाना क्षेत्र में एक 17 साल की बैगा लड़की के अपहरण व बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया.  जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी महेश पिता संतू धुर्वे ग्राम चोरभट्‌ठी का रहने वाला है. आरोपी ने अपने दोस्त रूपचंद कुसरे की मदद से 5 सितंबर को अन्य गांव की रहने वाली बैगा लड़की को अगवा किया. अपहरण के बाद मुख्य आरोपी महेश ने उसे अपने घर में दो दिन तक बंधक बनाकर रखा. इस दौरान उसके साथ एक से अधिक बार दुष्कर्म किया गया.

फिर 7 सितंबर को आरोपी महेश ने अपने उसी दोस्त की मदद से मोटर साइकिल पर लड़की को वापस गांव ले जाकर छोड़ दिया. पीड़ित परिजन शिकायत करने थाने जाने वाले थे. आरोपियों को जब यह बात पता चली, तो पीड़ित परिजन को 70 हजार रुपए थमा दिया और एफआईआर न करने दबाव डाला गया. बोड़ला पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी महेश व रूपचंद को गिरफ्तार किया है. कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है. लेकिन अपराध में सहयोग करने वाले सरपंच पति की गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है.

इन धाराओं के तहत मामला किया गया है दर्ज

ग्राम पंचायत चोरभट्‌ठी के सरपंच पति रामानुज बंजारे पर दुष्कर्म के इस गंभीर मामले को दबाने का आरोप है. बोड़ला पुलिस ने मामले में धारा 190, 34, 363, 366, 376(2)(n) और पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6 के तहत मुख्य आरोपी महेश धुर्वे, रूपचंद कुसरे व सरपंच पति रामानुज बंजारे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.