राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.com) की खबर पर मुहर लग गई है। ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्य हटा दिए गए हैं। वहीं औषधि निरीक्षक समेत 3 अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। सीएम ने सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। बता दें कि लल्लूराम डॉट कॉम ने पहले ही अधिकारियों पर गाज गिरने की खबर का प्रकाशन किया था।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि छिंदवाड़ा प्रकरण में सभी दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार सजग और संवेदनशील है। मानव जीवन की सुरक्षा से जुड़े मामलों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

कफ सिरप कांड में बड़े एक्शन की तैयारी, ड्रग इंस्पेक्टर समेत इन अफसरों पर गिर सकती है गाज

राज्य सरकार ने छिंदवाड़ा औषधि निरीक्षक गौरव शर्मा, जबलपुर औषधि निरीक्षक शरद कुमार जैन, उप संचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन शोभित कोस्टा को निलंबित कर दिया है। साथ ही ड्रग कंट्रोलर दिनेश मौर्य का दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा प्रकरण के संबंध में सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर उच्च स्तरीय बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

अभियान चलाकर घर-घर से रिकवर करें प्रतिबंधित दवा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कोल्ड्रिफ सिरप के विक्रय पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही दुकानों में मौजूद स्टॉक जब्त किया जाए। छिंदवाड़ा और आसपास के जिलों में जिन परिवारों ने यह दवा ली है, उनके घरों से दवा रिकवर करने के लिए सघन अभियान चलाया जाए। आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं के साथ ही सभी शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों का सहयोग लिया जाए। कोल्ड्रिफ सिरप दवा के अलावा पिछले दिनों क्षेत्र में बिकने वाली अन्य दवाओं की प्रभावशीलता का भी आंकलन कराया जाए।

सीएम ने आगे कहा कि दवाओं पर जो चेतावनी और सावधानियां लिखी जानी चाहिए, वह लिखी जा रही हैं या नहीं इसकी जांच के लिए अभियान आरंभ किया जाए। इन नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाए। चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों को कॉम्बिनेशन ड्रग नहीं देने की व्यवस्था है, जो डॉक्टर इस व्यवस्था का पालन नहीं कर रहे हैं, उन पर भी कार्यवाही की जाए।

चिकित्सकों के संगठन और केमिस्ट एसोसिएशन का लिया जाए सहयोग

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैडियाट्रिक्स सहित चिकित्सकों के विभिन्न संगठनों और केमिस्ट एसोसिएशन के सहयोग से आवश्यक सावधानियां अपनाने और जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोल्ड्रिफ सिरप की निर्माता कंपनी पर कार्यवाही के लिए तमिलनाडु राज्य सरकार को घटनाक्रम से अवगत कराने के निर्देश भी को दिए।

छिंदवाड़ा जिले में सर्वे के माध्यम से चिन्हित किया गया

 प्रभावित मरीजों को बैठक में बताया गया कि छिंदवाड़ा से गंभीर प्रकरणों की जानकारी प्राप्त होते ही राज्य स्तर से चिकित्सकों का दल छिंदवाड़ा भेजा गया। नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और सेंट्रल ड्रग्स स्टेण्डर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन का भी जांच में सहयोग लिया गया। आठ मरीजों की जांच के लिए उनके नमूने पुणे स्थित प्रयोगशाला भेजे गए। साथ ही छिंदवाड़ा से विभिन्न दवाओं के सैम्पल लेकर उनकी जांच कराई गई। छिंदवाड़ा और परासिया के निजी चिकित्सकों, अस्पतालों और केमिस्ट के साथ बैठक कर स्थिति का आंकलन किया गया और उन्हें आवश्यक सावधानियां बरतने के संबंध में सलाह दी गई। 

छिंदवाड़ा जिले में प्रभावित मरीजों को चिन्हित करने के लिए सर्वे शुरू किया गया। क्षेत्र से मिल रहे इस प्रकार के प्रकरणों को जरुरी होने पर आगे के इलाज के लिए शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नागपुर के लिए रेफर किया गया। जिला प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर दवा पर प्रतिबंध लगाया है और अस्पतालों और केमिस्टों के निरीक्षण की प्रक्रिया भी आरंभ की गई।

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया तथा हिमाचल व तमिलनाडु के ड्रग कंट्रोलर्स को दी सूचना

बैठक में जानकारी दी गई कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया और हिमाचल प्रदेश व तमिलनाडु के ड्रग कंट्रोलर्स को भी इस मामले की सूचना दी गई। तमिलनाडु ड्रग कंट्रोलर से कोल्ड्रिफ सिरप की जांच रिपोर्ट में नमूने अमान्य पाये जाने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सिरप के विक्रय को पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित किया गया। साथ ही अधिकांश मरीजों को कोल्ड्रिफ दवा लिखने तथा अपने परिवार के सदस्य के माध्यम से कोल्ड्रिफ दवा की ‍बिक्री कराने वाले डॉक्टर के निलंबन और दवा निर्माता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही की गई।

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