शरद पाठक,छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रविवार शाम से हो रही तेज बारिश के कारण मंडियों में रखा किसानों का लाखों टन अनाज भीग कर बर्बाद हो गया है. अचानक बारिश से मंडी में अव्यवस्थाओं की पोल खुल गई. मंडी में बनाए गए शेडो में हमेशा व्यापारियों का अनाज रखा रहता है. जिसको तय समय सीमा पर नहीं उठाया जाता. जिस कारण शेड में जगह खाली नहीं रहती है. यही वजह है कि किसानों को खुले में अनाज रखना पड़ता है.
ऐसे में किसी भी आपदा के आने पर नुकसान किसानों का ही होता है. ऐसा ही कुछ नजारा छिंदवाड़ा मंडी में देखने में मिला, जहां खुले में भंडारित किया हुआ किसानों का अनाज अचानक बारिश हो जाने से पूरी तरह से पानी में भीग गया. मंडी में रखा डेढ़ लाख टन मक्का, सोयाबीन और गेहूं बारिश में बर्बाद हो गया है. इस भीगे हुए अनाज का किसान को उचित मूल्य भी नहीं मिल पाएगा.
3 दिन से मंडी बंद होने के कारण अनाज की मात्रा बहुत ज्यादा थी. आज से नीलामी शुरू होने वाली थी. इसके पूर्व ही यह अनाज पानी में भीग गया. जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. ऐसा ही नजारा जिले की अन्य मंडियों का भी है. यहां पर भी भारी मात्रा में नुकसान की खबरें आ रही हैं. चौरई में भी करीब 10000 क्विंटल से अधिक मक्का खराब हुआ है. वहीं मंडी प्रबंधन बहाना बना रहा है कि हमने किसानों को पूर्व में ही सूचना दे दी थी.
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