Chhoti Diwali 2025: दीपावली से ठीक एक दिन पहले ‘छोटी दिवाली’ का पर्व मनाया जा रहा है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाने वाला यह त्योहार नरक चतुर्दशी और रूप चौदस के नाम से भी प्रसिद्ध है. इस दिन शाम को घर के मुख्य द्वार पर मृत्यु के देवता यमराज के नाम का यम दीपक जलाया जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार में अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है.

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Chhoti Diwali 2025

Chhoti Diwali 2025

पौराणिक महत्व (Chhoti Diwali 2025)

पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अत्याचारी राक्षस नरकासुर का वध किया था और उसकी कैद से 16 हजार कन्याओं को मुक्त कराया था. नरकासुर के वध की खुशी में ही दीप जलाकर यह पर्व मनाया गया, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहा गया.

कुछ मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन हनुमान जी का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है और उनकी पूजा से सभी दुख दूर होते हैं. यह पर्व हमें स्वच्छता, आत्म-देखभाल और अंधकार पर प्रकाश की विजय का संदेश देता है. इसलिए आज के दिन दीप जलाएं, सौंदर्य निखारें और प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त कर जीवन में सुख-शांति लाएं.

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