चना और मुनक्का एक सुपरहेल्दी कॉम्बिनेशन है, खासकर सुबह खाली पेट लेने पर. यह न सिर्फ शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स देता है बल्कि एनर्जी, पाचन, मांसपेशियों और खून की कमी जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाने में मदद करता है. चना और मुनक्का का सेवन आयुर्वेद और पारंपरिक भारतीय खानपान में काफी महत्वपूर्ण माना गया है, खासकर सुबह खाली पेट. आइए इस बारे में थोड़ी विस्तार से बात करें कि खाली पेट चना और मुनक्का खाना क्यों फायदेमंद होता है और इसके क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ हैं.

चना और मुनक्का का खाली पेट सेवन: फायदे
एनर्जी बूस्टर
चना (भुना या भीगा हुआ) प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है. मुनक्का (किशमिश का बड़ा रूप) में नेचुरल शुगर और आयरन होता है. ये दोनों मिलकर शरीर को दिनभर के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं.
खून की कमी (एनीमिया) में फायदेमंद
मुनक्का में आयरन की अच्छी मात्रा होती है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करती है. चने में भी आयरन और फोलेट होता है, जो रक्त निर्माण में सहायक होता है.
मांसपेशियों की मजबूती
चने में मौजूद प्रोटीन मसल्स को मजबूत करता है. एक्सरसाइज़ करने वालों के लिए यह एक नेचुरल सपोर्ट है.
पाचन में सुधार
फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कॉन्स्टिपेशन को दूर करने में मदद करता है. पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती.
मानसिक थकान और कमजोरी में राहत
मुनक्का में पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो मानसिक थकावट कम करते हैं.चना और मुनक्का दोनों मिलकर मानसिक और शारीरिक थकान से राहत देते हैं.
कैसे और कब खाएं?
- रात को 5–7 काले चने और 3–5 मुनक्का पानी में भिगो दें.
- सुबह खाली पेट इन्हें खाएं (पानी फेंक दें या चाहें तो थोड़ा-सा पी सकते हैं).
- इसे आप नियमित रूप से खा सकते हैं, खासकर सर्दियों में ये और भी फायदेमंद होता है.
किसे सावधानी रखनी चाहिए?
- डायबिटीज़ के मरीज़ मुनक्का सीमित मात्रा में लें (क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर होती है).
- गैस या ब्लोटिंग की समस्या हो तो शुरुआत में कम मात्रा में लें.
- किसी भी गंभीर बीमारी की स्थिति में डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें.
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