रायपुर. छत्तीसगढ़ में आज हलषष्ठी का पावन पर्व मनाया जा रहा है. इस पावन पर्व पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके प्रदेश की माताओं को हलषष्ठी की बधाई और शुभकामनाएं दिया है. राजधानी रायपुर में भी महिलाओं ने इस पर्व को धुमधाम से मनाया है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा – सभी प्रदेशवासियों विशेषकर सभी माताओं को हलषष्ठी (हरछठ) की बधाई और शुभकामनाएं. हलषष्ठी बलरामजी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन माताएं अपने बच्चों के स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर प्रार्थना करती हैं. छत्तीसगढ़ में यह त्यौहार कमरछठ के रूप में मनाया जाता है. इस दिन घरों और मंदिरों में माताएं इकट्ठा होकर सगरी की पूजा करती हैं.

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वहीं, राजधानी रायपुर में भी महिलाओं ने इस पर्व को धूमधाम से मनाया है. आज के दिन महिलाएं घरों के अलावा मंदिरों में भी पूजा पाठ करती हैं. महिलाएं आज के दिन अपने संतानों के लम्बी उम्र के लिए कामना करती हैं. पूजा हो जाने के बाद पसहर चावल का सेवन करके अपना उपवास तोड़ती हैं.

बता दें की अपने संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए हलषष्ठी के पावन पर्व हर साल माताएं उपवास रखती हैं. इस साल ये पर्व शनिवार को मनाया जा रहा है. इस दिन महिलाएं व्रत रखकर सगरी और भगवान शिव की पूजा करती हैं.

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हलषष्ठी के दिन को प्रमुख रुप से भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर संतानधारी महिलाएं व्रत रखकर, घरों के अलावा मंदिरों में भी पूजा पाठ करती हैं. व्रती माताओं ने घर व मंदिर के सामने सगरी का निर्माण किया, जिसमें नदी, पर्वत की आकृति भी अंकित थी.