रायपुर- बीजेपी किसान मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पहुंचे मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने पीसीसी चीफ भूपेश बघेल का नाम लिए बगैर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दो टूक कहा- कांग्रेस के एक नेता का हाल ये है कि- उनके खिलाफ जमीन के इतने मामले आ गए हैं कि उन्हें जवाब देने में दो साल लग जाएंगे. आरोप लगाने वाले भी नई कांग्रेस पार्टी के उनके पुराने सहयोगी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा- मैं सीएम हूं, मेरा काम जांच कराना है….

दरअसल सूबे के मुखिया डाॅ.रमन सिंह किसान मोर्चा के पदाधिकारियों को संगठन को मजबूत करने की नसीहत दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों भी लिया. उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर पूरे देश मे माहौल बनाया जा रहा है. कांग्रेस के अंदर कुंठा है, उनके पास कोई मुद्दा बचा नहीं है. भूपेश का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि- प्रदेश में एक ऐसे नेता है, जो सुबह उठकर ब्रश करके निकलते हैं, सीधे प्रेस कांफ्रेंस करने… साल के 365 दिनों में पूरे 365 दिन वे प्रेस कांंफ्रेंस ही करते हैं.

डा.रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार किसानों ने बनाई है. सरकार की योजनाओं का लाभ भी किसानों को मिल रहा है. फिर चाहे उज्जवला योजना हो या फिर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मैं डाॅक्टर लिखता था, लेकिन जब से नेतागिरी में आया हूं तो मूल काम किसानी ही हो गया है.

किसान मितान बनाएगी बीजेपी

बीजेपी किसान मोर्चा प्रदेश से लेकर मंडल तक ग्राम केंद्रों में किसान मितान बना रहा है. ग्राम केंद्रों में 8 से 9 किसान मितान बनाए जा रहे हैं, जो मतदान केंद्रों तक जाकर सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करेंगे.  प्रदेश के 22 हजार बूथों में किसान मितान सक्रियता से काम करेंगे. सत्ता और संगठन की किसान हित को लेकर की जा रही पहल की जानकारी भी किसानों को दी जाएगी.  बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कहा कि हाल ही में प्रदेश दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने किसान मोर्चा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई. मोर्चा से उन्होंने कहा है कि गांव-गांव में दीवारों पर कमल फूल का निशान लगाना है. कमजोर मतदान केंद्रों को गोद लेकर उसे मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि संगठन ने कहा है कि हर किसान को सरकार की योजना का लाभ मिले. किसानों को जागरूक किया जाए कि बीजेपी सरकार ने उनके लिए क्या किया. किसानों की बेहतरी के लिए कौन सी योजनाएं शुरू की गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों की आमदनी और उत्पादन बढ़ाए जाने की दिशा में भी किसान मोर्चा रणनीति के तहत काम कर रही है.

किसानों की मौत पर हो रही राजनीति- पूनम चंद्राकर

किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर ने कहा है कि प्रदेश में किसानों द्वारा किए गए आत्महत्या के मामले में विपक्ष राजनीति कर रहा है. दो महीने पहले तक बोनस नहीं मिलने की बात पर राजनीति की जाती थी, अब किसानों की मौत पर राजनीति हो रही है. पूनम चंद्राकर ने कहा कि- प्रदेश में 70 फीसदी लोग किसान है.  ऐसे में हर आत्महत्या के मामले को राजनीति देना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की आत्महत्या के बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की है. हर जगह व्यक्तिगत और पारिवारिक कारणों से आत्महत्या किए जाने की बात सामने आई है. पूनम चंद्राकर ने कहा कि मृतक किसानों के प्रति हमारे दिल में संवेदना है. मैं भी किसान परिवार से हूं, लिहाजा मैं खुद मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह और कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मिलकर मृतक किसानों के परिजनों को विशेष राहत दिलाए जाने की मांग करूंगा….