रायपुर- राजनांदगांव और कवर्धा में किसानों की आत्महत्या किए जाने के मामले में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने कहा है कि- राजनांदगांव कलेक्टर की जांच रिपोर्ट आ गई है, कवर्धा कलेक्टर से रिपोर्ट तलब की गई है. उन्होंने कहा कि राजनांदगांव हो, कवर्धा हो या अन्य जगह के किसान…कोई यदि पारिवारिक परिस्थितियों और उस समय की मानसिक स्थिति को लेकर आत्महत्या करता है, तो इसे इस रूप में नहीं लिया जाना चाहिए कि किसान ने कर्ज बढ़ जाने, कर्ज में डूब जाने या गरीबी से तंग आकर आत्महत्या कर ली. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि कई बार भावनात्मकवश आत्महत्या होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से मजबूत किसान परिस्थितिवश आत्महत्या करता है. उसकी मानसिक अवस्था उस समय के हिसाब से होती है.
आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ में बीते तीन दिनों में दो किसानों ने आत्महत्या कर की है. राजनांदगांव के किसान भूषण गायकवाड़ की आत्महत्या पर प्रशासन का बयान सामने आया. कहा गया कि- भूषण ने पारिवारिक हालातों के तहत आत्महत्या की. जिला प्रशासन की रिपोर्ट में दलील दी गई कि- भूषण ने पत्नि से प्राॅपर्टी विवाद होने की वजह से आत्महत्या की. इस मामले की जांच कर रहे अशोक साहू से लल्लूराम डॉट काम ने बात की तो उन्होंने बताया कि मामला पूरी तरह से पति पत्नी के विवाद का है. सुसाइड नोट में कहीं भी आर्थिक कारण का ज़िक्र नहीं है. न ही किसी परिजन ने अपने बयान में ऐसी कोई बात कही है. हालांकि भूषण के भाई जीवराखन गायकवाड़ ने कहा है कि उसके भाई पर आठ से दस लाख का कर्ज हो गया था, जिससे वो काफी हताश था.
इधर छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र में एक किसान ने पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या की। पुलिस के अनुसार जिले के बिरेन्द्र नगर गांव में रामझूल साहू ने खेत में एक पेड़ में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली । घटना की सूचना सुबह थाने को दी गई। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने इस आत्महत्या के मामले में ही कवर्धा कलेक्टर से रिपोर्ट तलब की है.