केओंझर. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने गृह जिले केओंझर के आनंदपुर उपमंडल के लिए 160 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने 61वें वार्षिक समारोह के अवसर पर अपने पूर्व महाविद्यालय आनंदपुर कॉलेज में इन परियोजनाओं की घोषणा की.

इस दौरान मुख्यमंत्री माझी ने 42 करोड़ रुपये की 16 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और 118 करोड़ रुपये की कई अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसके अलावा, उन्होंने कॉलेज के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 7 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की. इस राशि से एक मल्टी-पर्पस हॉल, एक सेमिनार हॉल और खेल मैदान का विकास किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने आनंदपुर उपमंडलीय अस्पताल के उन्नयन के लिए 2 करोड़ रुपये तथा आनंदपुर स्टेडियम के संपूर्ण पुनर्विकास के लिए 20 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की. इस अवसर पर उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि मैंने इस प्रतिष्ठित संस्थान में शिक्षा प्राप्त की. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि अब मैं इसके विकास में योगदान दे पा रहा हूं.”

मुख्यमंत्री माझी ने 1987 में आनंदपुर कॉलेज में प्लस-टू (कक्षा 11 और 12) की पढ़ाई के दौरान बिताए पलों को याद किया और अपने पुराने शिक्षकों और मित्रों को याद कर भावुक हो गए. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “छात्र जीवन हमेशा संघर्ष से भरा होता है, लेकिन यही संघर्ष एक दिन आपको सफलता दिलाएगा. कठिन परिश्रम और शिक्षकों के आशीर्वाद से आप अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुंचेंगे.”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) लागू की है ताकि युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके और उनके कौशल को विकसित कर देश के विकास में शामिल किया जा सके. साथ ही, पीएम उषा योजना को उच्च शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए लागू किया गया है.

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शिक्षा और रोजगार सुधारों पर दिया जोर

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार उच्च शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षा और परीक्षा प्रणाली को आधुनिक बना रही है. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार के अवसर मिलें.” उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में कम से कम 1.5 लाख सरकारी पदों को पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रक्रिया के माध्यम से भरा जाएगा. मुख्यमंत्री की इस घोषणा से क्षेत्र में शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति मिलेगी, जिससे छात्रों और स्थानीय नागरिकों को व्यापक लाभ होगा.