भुनवनेश्वर। ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे के साथ ही एक युग का अंत हो गया है. नवीन पटनायक ने राज्यपाल रघुवर दास को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनकी पार्टी को विधानसभा चुनाव में महज 51 सीटें ही प्राप्त हुई है. इसे भी पढ़ें : ओडिशा में पहली बार भाजपा की सरकार, जानिए किनके हैं मुख्यमंत्री बनने के आसार…
ओडिशा के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान बनाने वाले नवीन पटनायक ने वर्ष 1997 में अपने पिता बीजू पटनायक के निधन होने के बाद राजनीति में कदम रखा और एक वर्ष बाद ही उनके नाम पर बीजू जनता दल की स्थापना की. पार्टी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शिकस्त देते हुए भाजपा के साथ सरकार बनाई, जिसमें नवीन पटनायक मुख्यमंत्री बने.
उन्होंने ‘भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई’ और ‘गरीब समर्थक नीतियां’ अपने ही ढ़ंग से आरम्भ किया. उन्होंने नौकरशाही का ठीक से प्रबन्धन कर राज्य के विकास के अपने पिता के सपने को अपने विकास का आधार बनाया. इसी तरह उन्होंने ओडिशा में लोकप्रियता हासिल की और लगातार चार बार पूर्ण जनाधार के साथ मुख्यमंत्री बनने में सफल हुए.
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