रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने  पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया.

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि श्रद्धेय स्वर्गीय अटलहमारे राज्य के निर्माता हैं. अटलका छत्तीसगढ़ से विशेष लगाव रहा है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के भौगोलिक क्षेत्र को नए राज्य का स्वरूप देकर प्रदेशवासियों की भावनाओं का सम्मान किया, जिसके लिए वे सदैव स्मरणीय रहेंगे. वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. पत्रकार, कवि और राजनेता के रूप में उन्होंने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई. भारत के प्रधानमंत्री हों या विदेश मंत्री—हर भूमिका में उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की अमिट छाप छोड़ी. उनके प्रधानमंत्रित्व काल में अनेक ऐसी योजनाएँ लागू की गईं, जिनसे ग्रामीण भारत की तस्वीर बदली. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाना, किसानों को सहूलियत प्रदान करना, आदिवासी विभाग का गठन जैसे कार्य ऐतिहासिक रहे. श्रद्धेय स्वर्गीय अटलभारत के प्रत्येक नागरिक की स्मृतियों में आज भी जीवित हैं.

सीएम साय ने आगे कहा कि वे ऐसे राजनेता थे जिन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी का स्नेह प्राप्त हुआ. अटल जी मां भारती की यश और प्रतिष्ठा के लिए आजीवन समर्पित रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय अटलके साथ उनकी अनेक स्मृतियाँ जुड़ी हुई हैं, जो उन्हें निरंतर प्रेरित करती हैं. उन्होंने कहा कि अटलयुगपुरुष थे, जिन्होंने सुशासन का मंत्र दिया और आज हम उसी पथ पर आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ का विकास सुनिश्चित कर रहे हैं. इसके साथ ही हम यह पूरा वर्ष अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं और इस संबंध में वर्षभर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

छत्तीसगढ़” शब्द का उपयोग करते हैं, वह श्रद्धेय अटल जी की ही देन है : CM साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न श्रद्धेय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित अवंती विहार चौक पर आयोजित माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि समारोह में भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि “आज हम छत्तीसगढ़वासी अपने पते में जिस “छत्तीसगढ़” शब्द का उपयोग करते हैं, वह श्रद्धेय अटल जी की ही देन है। वे हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे।”

25 सप्ताह चलेगा छत्तीसगढ़ का ‘रजत महोत्सव’

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमने 25 सप्ताह तक चलने वाले छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के ‘रजत महोत्सव’ का शुभारंभ किया है. आज यदि हम छत्तीसगढ़ की रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं, तो यह पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की ही देन है. इस 25 सप्ताह में सभी विभागों द्वारा विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. यह वर्ष उनके जन्म शताब्दी वर्ष भी है. हमने उनकी स्मृति में इस वर्ष को ‘अटल निर्माण वर्ष’ घोषित किया है, जिसके तहत अधोसंरचना विकास में तेजी लाने के लिए अलग से बजट का प्रावधान रखा गया है.

‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047’ रोडमैप भी है तैयार

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पूर्व पीएम बाजपेयी ने जिस उद्देश्य से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, उन उद्देश्यों की पूर्ति करते हुए हमारा राज्य तेजी से तरक्की की राह पर बढ़ रहा है. इन 25 वर्षों की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हमने अगले 25 वर्षों में विकसित राज्य बनने की न केवल संकल्पना की है, बल्कि इसे पूरा करने के लिए ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047’ रोडमैप भी तैयार किया है.

मुख्यमंत्री साय ने साझा किया संस्मरण

मुख्यमंत्री साय ने अपने संस्मरण साझा करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य रहा कि जब पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने, उस समय मैं सांसद के रूप में निर्वाचित हुआ. मैंने संसद में उनके व्याख्यान सुने हैं. लोकसभा में उनके संबोधन का हम सब इंतजार करते थे. उनका चुटीला अंदाज, बेबाकी और अपनी बात रखने की कला सबका मन मोह लेती थी.

पूर्व पीएम अटल ने सिखाया हमेशा अपने सिद्धांतों पर दृढ़ रहना

जब छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संबंधी बिल संसद में प्रस्तुत हुआ, उस चर्चा को भी मुझे श्रोता के रूप में सुनने का अवसर मिला. उस समय हमारे राज्य से राज्यसभा सांसद स्वर्गीय लखी राम अग्रवाल एवं स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव ने भी अपनी बात संसद में रखी.मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पूर्व पीएम अटल जी ने हमें सिखाया कि सिद्धांतों पर हमेशा दृढ़ रहना चाहिए. वे सिद्धांत एवं मूल्यों की राजनीति को ही महत्व देते थे. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी का जीवन इस बात का प्रमाण है कि राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का माध्यम नहीं है, बल्कि संवाद, सहमति और संवेदना की कला भी है. उनकी वाणी आज भी हमारी धड़कनों में गूंजती है.