रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरूजनों से कहा है कि वर्तमान में कोरोना (कोविड-19) के कारण देश और समाज खतरे में हैं. यह संकट की घड़ी है जिसमें हम सब को सक्रिय रहकर इस बीमारी को दूर भगाना है और हमारे गांव, परिवार और समाज को स्वस्थ्य और सुरक्षित रखना है. उन्होंने गुरूजनों से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे कारगर उपाय सामाजिक दूरी बनाए रखने के साथ ही हाथों की स्वच्छता बनाए रखना भी है, इसका अनिवार्य रूप से पालन कराने में सक्रिय भूमिका अदा करें.
मुख्यमंत्री ने गुरूजनों को पत्र लिखकर कहा है कि गुरूजन बच्चों को शिक्षा देने के साथ ही उनके परिवारों से भी प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जुड़े रहते हैं. सभी बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा और ज्ञान का स्त्रोत आप ही है. आपकी समझाईश और बच्चों को दिए जाने वाले मार्ग दर्शन से पूरा परिवार प्रभावित होता है। एक तरह से आप पथ प्रदर्शक का काम करते हैं। शिक्षक को भगवान से भी उच्च दर्जा प्राप्त है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न वर्तमान संकट की रोकथाम में आपकी सक्रिय भूमिका होनी चाहिए। आप शिष्यों के माध्यम से या परिवारों के साथ निजी चर्चा में कोरोना की रोकथाम के लिए जरूर यह संदेश दें कि सभी लोग घर के भीतर ही रहे, सामाजिक दूरियों का पालन करें और समय-समय पर हाथ धोते रहे। उन्होंने कहा है कि मध्यान्ह भोजन की प्रतिपूर्ति के रूप में शालाओं से सूखा राशन का वितरण किए जाने के निर्देश हैं। शाला स्तर पर सूखा राशन वितरण के लिए उचित प्रक्रिया अपनाए जाने की आवश्यकता है ताकि सामाजिक दूरी का पालन हो, स्वच्छता का पालन हो तथा सभी पात्र बच्चों को अनिवार्य रूप से सूखा राशन के रूप में मध्यान्ह भोजन प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूजनों को यह भी देखना है कि आपके आस-पास किसी भी व्यक्ति में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण न हो, किसी स्थल पर भीड़-भाड़ न हो तथा शासन के निर्देशों का उल्लंघन न किया जा रहा हो। यदि ऐसा होता है तो जिला प्रशासन के समझ अधिकारी एवं स्थानीय स्थास्थ्य अधिकारी को जरूर सूचना दें। आपके सहयोग से छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस से संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी तथा छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य बनाए रखने के रखना संभव हो सकेगा।