रायपुर। रेलवे की ओर से धीरे-धीरे ट्रेन सेवा शुरू किए जाने के साथ लॉकडाउन में दूसरे प्रदेशों में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों के लौटने का क्रम शुरू हो गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घर वापसी कर रहे लोगों का स्वागत करते हुए क्वारेंटाइन सेंटर में बिताए जाने वाले 14 दिनों को उनके धैर्य और संयम की परीक्षा करार दिया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घर लौट रहे लोगों के लिए जारी वीडियो संदेश में कहा कि दूसरे प्रदेशों में प्रदेश के लोग फंसे हुए हैं, जिनके लिए ट्रेनों की व्यवस्था की गई है, राज्य सरकार ने ट्रेनों के लिए राशि रेलवे को जमा कर दी है. छत्तीसगढ़ में आप अपने घर लौट रहे हैं, आप हमारे परिवार का हिस्सा हैं, आपका स्वागत करता हूं. जिस प्रकार से संयम और अनुशासन का परिचय आपने दिया है, इसके कारण से ही हमारे छत्तीसगढ़ सबसे सुरक्षित राज्य बन पड़ा है.
उन्होंने कहा कि जितने साथी आ रहे हैं, उनके लिए गांव में ही क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई है, जिसमें स्कूल भवन, पंचायत भवन, मंगल भवन और अन्य सामाजिक भवनों को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस समय आपके संयम और धैर्य की परीबा है. 14 दिनों तक आपको वहां रहना है, आप सुरक्षित रहें, परिवार सुरक्षित रहे, गांव सुरक्षित रहे. इसके लिए आपको अनुशासन में रहना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी व्यवस्था के लिए शासकीय विभाग के अधिकारी, पंचायत के सरपंच, सचिव, आंगनबा़ड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, पुलिसकर्मी सबको जिम्मेदारी दी गई है. आपके व्यवस्था करेंगे, आपकी देखरेख करेंगे, लेकिन आपकी जिम्मेदारी बहुत अधिक है, क्योंकि बहुत दिन बाद आप घर लौटें हैं, परिवार से मिलने की उत्कट इच्छा है, लेकिन परिवार को बचाना जरूरी है, स्वयं को बचाना जरूरी है, इसलिए क्वारेंटाइन सेंटर में रहें और शासन के नियमों का पालन करें.
अंत में उन्होंने अपील की कि आईए हम सब मिलकर संकल्प ले कि हम सब मिलकर कोरोना संक्रमण को परास्त करेंगे, और जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ सुरक्षित रहा है, आगे भी सुरक्षित रखेंगे.
देखिये मुख्यमंत्री का सन्देश …