शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है। मध्य प्रदेश से पहले देश के कई राज्य भी इसे महामारी के रुप में अधिसूचित कर चुके हैं लेकिन बावजूद इसके इससे निपटने के लिए शिवराज सरकार की तैयारियां अभी भी जमीन पर नजर नहीं आ रही है। आलम यह है कि ब्लैक फंगस से जिंदगी बचाने वाले इंजेक्शनों का राज्य में टोटा है।
राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों से ब्लैक फंगस के मरीजों को इंजेक्शन नहीं लगा है। जिसकी वजह से ब्लैक फंगस के होने वाले ऑपरेशनों को टाल दिया गया है।
ब्लैक फंगस के राज्य में तकरीबन 600 मरीज हैं जिनमें से अकेले भोपाल में 255 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। सबसे ज्यादा फजीहत निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजनों की हो रही है। उन्हें इंजेक्शन के लिए अस्पताल पर्ची देतें हैं, जिसे लेकर उन्हें मेडिकल कॉलेज में जाना पड़ता है। वहां फार्म में साइन कराने के बाद लगभग तीन अलग-अलग काउंटरों में भटकना पड़ता है।