लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी के लिए सेफ सिटी का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की योजनाओं का अनुश्रवण एसडीएम स्तर के अधिकारी से कराया जाए. आगामी गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सुचारु पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के समय से प्रबंध किए जाएं.
मुख्यमंत्री बुधवार को जनपद झांसी में झांसी मंडल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है. लक्षित आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन कार्य पूरी प्रतिबद्धता से किया जाए. इस कार्य में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेते हुए लक्षित आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया जाए. उन्होंने कोविड-19 के दृष्टिगत पूरी सजगता बरतने के निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक रविवार को समस्त प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ‘मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला’ आयोजित किया जा रहा है. इसके माध्यम से पात्र व्यक्तियों को ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत कार्ड वितरित किया जाए. लोगों को स्वास्थ्य सम्बंधी विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाए. उन्होंने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य प्राथमिकता पर कराए जाने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने जीएसटी के तहत रजिस्टेशन में वृद्धि के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कैंप आयोजित कर पात्र व्यक्तियों को विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ दिलाया जाए. उन्होंने वरासत अभियान तथा स्वामित्व योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों को पूरी गति से संचालित किया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों में टायलेट, पेयजल सहित विभिन्न मूलभूत आवश्यकताएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहें. उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत अधिक से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम की तर्ज पर झांसी में अर्बन हाट को संचालित किया जाए. वहां ओडीओपी सहित अन्य उत्पादों की हाट लगाई जाए. इससे वहां ज्यादा से ज्यादा लोग जाने के लिए उत्सुक होंगे. उन्होंने कहा कि जन समस्याओं का गुणवत्तापरक और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए. जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रेषित किए गए जनहित से जुड़े प्रकरणों में त्वरित निर्णय लेकर आवश्यकतानुसार कार्यवाही की जाए तथा संबंधित जनप्रतिनिधि को अवगत भी कराया जाए. उन्होंने मंडल मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत कोचिंग सेंटर के सुचारु संचालन के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. कोई भी घटना की जानकारी होने पर तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. महिलाओं सहित समाज के कमजोर वर्गों के प्रति अपराध कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. अपराध और अपराधियों के प्रति राज्य सरकार की जीरो टालरेंस की नीति है. महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा, स्वावलंबन, स्वाभिमान तथा सशक्तिकरण हेतु राज्य सरकार प्रतिबद्ध है.
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह, आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.