लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अब शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवारों की आर्थिक स्थिति और इंडस्ट्री का इंडेक्स तैयार किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए सोमवार को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इससे किस जनपद की क्या स्थिति है, कहां किस प्रकार की आवश्यकता है, इस इंडेक्स से पता लग सकेगा.

सीएम योगी ने सोमवार को ‘एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था’ के लिए जारी प्रयासों और परिणामों की समीक्षा की. कहा कि रिजल्ट के लिए आंकड़ों का संग्रहण शुद्धता के साथ होना आवश्यक है. इसके लिए कर्मचारियों और अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की बात भी कही. मुख्यमंत्री ने मांगा फार्मास्युटिकल रिसर्च एंड इनोवेशन इंस्टीच्यूट का प्रस्ताव भी मांगा. यह लखनऊ के आस-पास बनेगा. योगी ने कहा कि हमारे पास पोटेंशियल है, अनुकूल अवसर हैं. इसका पूरा लाभ उठाना होगा. आर्थिक बेहतरी के लिए लक्ष्य तैयार कर नियोजन विभाग के साथ सभी विभाग मासिक समीक्षा बैठक करें.

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बैठक में नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव और फाइनेंस सेक्टर की कंसल्टिंग कंपनी डेलॉयट के प्रतिनिधियों ने विस्तार से प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और संभावित भावी परिणाम, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के संबंध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी. सीएम योगी ने कहा कि पिछले 6 वर्षों के नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है. 2021-22 में प्रदेश की कुल जीडीपी 16.45 लाख करोड़ थी जो आज 2022-23 में 22.58 लाख करोड़ से अधिक हो गई है. राष्ट्रीय आय में उत्तर प्रदेश 9.2% का योगदान कर रहा है. उत्तर प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है। इसके साथ ही कई निर्देश दिए.