नई दिल्ली. दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को गहनता से जांच कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कहा कि 24 घंटे में सुनिश्चित कराएं कि कहीं भी ऐसे बोरवेल खुले हैं तो उन्हें सील कराएं या उनके ऊपर वेल्डिंग करें. रविवार को घटना के बाद मंत्री आतिशी ने घटनास्थल का दौरा किया था.

डीएमआरसी को हैंडओवर हो चुकी जगह मुख्य सचिव को लिखे पत्र में आतिशी ने कहा कि जिस जगह यह बोरवेल है, उसे 2020 में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) को हैंडओवर किया जा चुका है. फिर भी यह जांच करना हमारी जिम्मेदारी है कि क्या दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से इसमें कोई चूक हुई.

पंप रूम दिल्ली जल बोर्ड का मंत्री के बयान के बाद डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक (कारपोरेट कम्यूनिकेशन) अनुज दयाल ने कहा कि डीएमआरसी ने यह बोरवेल नहीं बनाया और न ही इसका उपयोग किया. जिस पंप रूम में यह बोरवेल है वह दिल्ली जल बोर्ड का है और उसमें पहले से बोरवेल था. डीएमआरसी ने निर्माण कार्य के दौरान आसपास के क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया था. कुछ महीने पहले दिल्ली जल बोर्ड के लिए एक वैकल्पिक सड़क और गार्ड रूम का निर्माण भी किया गया है.