रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के कलेक्टरों की क्लास लगने जा रही है. कलेक्टरों को अपने जिलों में 16 बिंदुओं पर ज़मीनी रिपोर्ट देनी है. मुख्य सचिव आरपी मंडल कलेक्टरों से बिंदुवार जानकारी लेंगे. विशेष तौर मुख्यमंत्री की प्राथमिकता से संबंधित विषयों पर कलेक्टरों को फीडबैक देनी है. गुरुवार की समीक्षा बैठक बेहद अहम मानी जा रही है. क्योंकि मुख्य सचिव बनने के बाद पहली बार मंडल कलेक्टरों से मुखातिब होने जा रहे हैं.

तीन सत्रों में होने वाली बैठक के पहले सत्र में मुख्य सचिव मंडल धान खरीदी की समीक्षा करेंगे, इसके बाद लोक सेवा गारंटी अधिनियम का क्रियान्वयन, 7500 वर्ग फीट तक शासकीय भूमि का आबंटन-नियमितीकरण, आबादी-नजूल पट्टों की भूमि को फ्री होल्ड करना, नए आबादी पट्टों का वितरण, डायवर्सन प्रकरणों का निपटारा, गिरदावरी एवं फसल उत्पादन के अलावा राजस्व प्रकरणों का त्वरित निराकरण (नामांकन, बंटवारा, सीमांकन आदि) की जानकारी लेंगे.

सुबह 11.30 बजे से शुरू होने वाले दूसरे सत्र में राज्य के 10 आकांक्षी जिलों के अलावा यूथ फेस्टिवल और नेशनल ड्राइबल फेस्टिवल की तैयारी की समीक्षा की जाएगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्राथमिकता वाले विषयों में सुपोषण अभियान, शासकीय आवासीय भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों, जेलों, आश्रमों, छात्रावासों आदि में नियमित उपयोग की जाने वाली वस्तुओं की आपूर्ति महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा करने, हाट बाजार स्वास्थ्य योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, वार्ड कार्यालय आरंभ करना, स्लम पट्टों का नवीनीकरण-नियमितीकरण और नवीन स्लम पट्टों का वितरण की जानकारी लेंगे.

दोपहर 12.30 बजे से शुरू होने वाले तीसरे सत्र में महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों-भुगतान और नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी योजना की समीक्षा के साथ शासकीय कर्मचारियों के मुख्यालय में निवास और कार्यालय में उपलब्धता और आम जनता से मिलने के दिवस का निर्धारण, आम जनता की समस्याओं और कार्यों के प्रति संवेदनशीलता की जानकारी हासिल की जाएगी.