रायपुर. प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आर पी. मंडल ने आज राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रायपुर के न्यू सर्किट हाॅऊस में रायपुर एवं दुर्ग संभाग के सभी कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों तथा धान उपार्जन से जुड़े सहकारिता, खाद्य और मार्केटिंग फेडरेशन के जिला स्तरीय अधिकारियों से रूबरू होकर धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष रूप से सतत् निगरानी करने के निर्देश दिए, जिससे धान के अवैध परिवहन को कडाई से रोका जा सके.

मंडल ने कहा कि आगामी 1 दिसम्बर से राज्य में धान उपार्जन का कार्य प्रारंभ हो जायेगा जो 75 दिनों तक चलकर 15 फरवरी तक होगा. उन्होंने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। धान के अवैध परिवहन और भण्डारण को रोकने के लिए जरूरी है कि जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ जिले में अधीनस्थ एवं समकक्ष अधिकारी टीम बनाकर एक साथ प्रभावी कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों के धान का क्रय किया जाएगा, लेकिन पड़ोसी राज्यों तथा बिचोलियों या कोचियों के अवैध धान की बिक्री को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जायेगी.

मुख्य सचिव ने इस वर्ष अभी तक जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों द्वारा धान के अवैध परिवहन और भण्डारण को रोकने के लिए की जा रही कार्रवाई की प्रंशसा की और इस कार्य की निरंतरता 15 फरवरी तक लगातार बनाये रखने को कहा. उन्होंने धान के अवैध परिवहन को रोकने केे लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्य मार्गों के साथ-साथ छोटे मार्गो और वन मार्गों पर भी कड़ी निगाह रखने को कहा. उन्होेंने सहकारिता, खाद्य और मार्केटिंग फेडरेशन के जिला स्तरीय अधिकारियों को सचेत किया कि वे भी राज्य के प्रति पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ कार्य करें और अवैध धान की बिक्री की रोकथाम हर हालत मेें सुनिश्चित करें. उन्होंने यह भी कहा कि अवैध धान की बिक्री होने की स्थिति में धान खरीदी समितियों के दोषी अधिकारी-कर्मचारी के साथ जिले के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुख्य सचिव ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वे स्वयं या राज्य स्तर के अधिकारी भी जिलों का दौरा कर धान खरीदी कार्य का आकस्मिक रूप से अवलोकन करेगें. इस अवसर पर राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारी सुब्रत साहू, डाॅ. कमलप्रीत, सिध्दार्थ कोमल परदेशी,  संगीता, कमिश्नर रायपुर एवं दुर्ग संभाग दिलीप वासनीकर, आई जी. विवेकानंद भी उपस्थित थे.