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Child Care Tips: हर माता-पिता चाहते हैं उनका बच्चा दुनिया में खूब नाम कमाए. वे उसके पैदा होने के पहले ही उसके बारे में सपने बुनने शुरू कर देते हैं. जन्म के साथ ही माता-पिता उसकी हर एक एक्टिविटी पर ध्यान देते हैं. खान-पान, रोने, यहां तक की सोने के पैटर्न पर भी गौर करते हैं. वह इसलिए ताकि शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से हो. मगर, इतनी सावधानी के बाद भी कुछ गलतियां हो जाती है, जिसके चलते दिमागी विकास को नुकसान पहुंचता है.
आईए इस आर्टिकल में आज हम उन चीजों के बारे में जानते हैं जो शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा डालती हैं.
खराब पोषण
6 माह तक मां का दूध और उसके बाद पोषण आहार की शुरुआत. संतुलित पोषण आहार इसलिए जरूरी है ताकि शिशु का दिमागी विकास एकदम सही तरीके से हो. न्यू पेरेंट्स को चाहिए कि वे शिशु को ठोस आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर चीजें दें.
नींद की कमी
दिमाग तभी स्वस्थ रहेगा, जबकि नींद पूरी होगी. बच्चे को पर्याप्त नींद मिल सके, इसके लिए बच्चे के सोने का एक पैटर्न बनाएं.
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स्क्रीन टाइम ज्यादा होना
मोबाइल के इस युग में माता-पिता बच्चों को फोन थमाकर अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं. बच्चे यू-ट्यूब देखते हैं. मोबाइल गेम खेलते हैं. वीडियो और फोटो देखते हैं. इससे उनका दिमागी विकास प्रभावित होता है. इसके साथ ही फोन चलाते वक्त वह एक ही पॉजीशन में होता है, इस वजह से बॉडी पोस्चर भी खराब होता है. आज मोबाइल भी जरूर है. मगर, बच्चों का विकास तभी संभव है जब आप उन्हें आउट डोर गेम खिलाएं, इसके लिए उन्हें पार्क ले जाए. इंडोर गेम खिलाएं. इसमें चेस, लूडो,कैरम हो सकते हैं.
क्रोनिक तनाव
बच्चों के दिमागी विकास के लिए जरूरी है, घर का हेल्दी एडमोस्फेयर. अगर, घर का माहौल खराब है तो बच्चा गुस्सैल, चिड़चिड़ा होगा. यानी उसका क्रोनिक तनाव बढ़ेगा. बच्चों को भरा माहौल जरूर दें.
उत्तेजना की कमी
बच्चे को ऐसी गतिविधियों में शामिल करें जो सीखने और जिज्ञासा को बढ़ाए. अगर, बच्चे को छोटी-छोटी चीजों को समझने में परेशानी हो रही है, तो समझ लीजिए उसका दिमागी ठीक ढंग से विकसित नहीं हो रहा है. इस बात पर गंभीरता से ध्यान दें. इसके लिए आप अपने डॉक्टर से मिलकर बात कर सकते हैं. (Child Care Tips)
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