सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने आज खेल अकादमी के आवासीय परिसर का दौरा कर खिलाड़ी बच्चों से सीधा संवाद किया। परिसर की अव्यवस्था देख वे भड़कीं और खेल विभाग के अधिकारियों को दो दिन के भीतर फुटबॉल ग्राउंड में गोलपोस्ट लगाने तथा बच्चों को जूते उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सोमवार को मैं स्वयं निरीक्षण के लिए आऊंगी और कार्रवाई पूरी होने का प्रमाण देखूंगी।


बच्चों से बच्चों की बात शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. शर्मा ने आर्चरी, एथलेटिक्स, हॉकी और फुटबॉल के खिलाड़ी बालक-बालिकाओं से वन-टू-वन बातचीत की। बच्चों ने मैदान में गोलपोस्ट न होने, खेल सामग्री की कमी सहित कई समस्याएं गिनाईं। मौके पर मौजूद खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सामग्री दो-तीन दिन पहले पहुंच चुकी है, लेकिन स्टोर रूम में पड़ी है। इस पर डॉ. शर्मा ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि इस ये सामग्री धूल न खाए, सोमवार तक सभी सुविधाएं बच्चों को मिलनी चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान माहौल बेहद उत्साहपूर्ण रहा। बच्चे खुलकर अपनी बात रखते रहे, हंसी-मजाक किया और अंत में गीत गाकर नृत्य करने लगे। डॉ. शर्मा भी बच्चों के बीच शामिल होकर नाचती-गाती नजर आईं। कुछ समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने खेल मंत्री से मंत्रालय स्तर पर चर्चा कर निराकरण का आश्वासन दिया।
बच्चे इतने उत्साहित हुए कि डॉ. शर्मा से दोबारा आने का वादा लेकर ही उन्हें विदा किया। इस अवसर पर खेल विभाग के अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल संरक्षण अमले के अधिकारी और संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ संयुक्त संचालक नंदलाल चौधरी उपस्थित रहे।
डॉ. वर्णिका शर्मा का यह दौरा खेल अकादमी में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सोमवार का निरीक्षण बच्चों और अधिकारियों दोनों के लिए परीक्षा की घड़ी होगा।
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