भुवनेश्वर: ओडिशा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (OSCPCR) ने भुवनेश्वर के खंडगिरी इलाके में बैकुंठ धाम आश्रम में एक बच्चे की ‘कल्कि’ अवतार के रूप में पूजा किए जाने की घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है.

OSCPCR की अध्यक्ष मंदाकिनी कर ने बताया कि OSCPCR ने खंडगिरी पुलिस स्टेशन के आईआईसी को 15 दिनों में मामले की रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

आयोग ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को भी मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.

कर ने बताया कि जांच और रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.

इससे पहले ओडिशा समाजसेवी महासंघ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि काशीनाथ मिश्रा नामक व्यक्ति अपने बेटे को भगवान विष्णु का अवतार बता रहा है.

शिकायत के अनुसार मिश्रा अपने बेटे के चरणों में तुलसी के पत्ते और भगवद गीता रखकर आश्रम में उसकी पूजा कर रहे हैं.

पूजे जा रहे लड़के की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई हैं.

शिकायतकर्ता ने कहा कि इस तरह की हरकतें हिंदू धर्म के प्रति अनादर के समान हैं. आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आश्रम के एक निवासी ने कहा कि मिश्रा का बेटा भगवान जगन्नाथ के बराबर है. उन्होंने दावा किया कि लड़के ने निवासियों की कई बीमारियों को ठीक किया है.

निवासी ने कहा कि गजपति महाराज दिव्यसिंह देव को भी पता है कि लड़का भगवान जगन्नाथ का अवतार है.