रायपुर. कल से शुरू हुए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलो का रोमांच जिलेवासियों के सिर चढ़कर बोल रहा है. बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिलायें, छात्र-छात्राएं सभी छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों की इस प्रतियोगिता में अपने हाथ आजमा रहें है. शहर के सेंटपॉल स्कूल में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने बच्चों के साथ पिट्ठूल खेल में हाथ अजमाया, तो राजधानी से दूर ग्रामीण-नगरीय क्षेत्रों में भी खो-खो कबड्डी, बिल्लस, दौड़, बांटी, गिल्ली-डंडा जैसे खेलों में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया.

नगर पालिका परिषद् गोबरा नवापारा में पिट्ठुल, कबड्डी, खो-खो और बिल्लस की प्रतियोगिताएं हुई. आरंग नगर पालिका में भौंरा, बांटी, सौ मीटर दौड़ और फुगड़ी खेलों में महिलाएं और बालक-बालिकाएं शामिल हुए. समोदा में भी छत्तीसगढ़िया ओेलंपिक खेलों के तहत खो-खो, गिल्ली-डंडा, कबड्डी, बांटी, बिल्लस जैसे खेलों में स्थानीय लोगों ने भाग लिया. वहीं चंदखुरी में महिलाओं की सौ मीटर दौड़ आकर्षण का केन्द्र रही. छत्तीसगढ़ में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है.

गोबरा-नवापारा में हरिहर स्कूल खेल मैदान में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों की प्रतियोगिताएं हुई. वार्ड स्तरीय इन खेलों में बालिका वर्ग में खो-खो खेल में वार्ड एक की टीम विजयी रही, वहीं महिलाओं की कबड्डी में गोबरा बस्ती की टीम जीती. बिल्लस के खेल में 27 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें मुस्कान पटेल ने पहला, मीनाक्षी साहू ने दूसरा और कनक साहू ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. बालकों की कबड्डी वर्ग में वार्ड क्रमांक 18 और 19 को मिलाकर बना राजीव युवा मितान क्लब विजयी रहा. 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरूषों की कबड्डी में वार्ड क्रमांक 20 और 21 को मिलाकर बना राजीव युवा मितान क्लब जीता. पिट्ठूल खेल में वार्ड क्रमांक 9 के कुलदीप, तुषार और कृष्ण विजयी रहे.

साड़ी पहनें महिलाओं की दौड़ ने भरा रोमांच

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में आज रायपुर जिले के चंदखुरी में आयोजित महिलाओं की 100 मीटर दौड़ विशेष आकर्षण का केन्द्र रही. साड़ी पहनें महिलाओं ने दौड़ की स्टार्टिंग लाइन पर खड़े होकर जब हुंकार भरी तो दर्शको के साथ-साथ खिलाड़ियों में भी छत्तीसगढ़िया खेलों के प्रति अलग रोमांच भर गया. साड़ी पहनें तेज दौड़ती महिलाओं की खेलों के प्रति रूचि ने दूसरे प्रतिभागियों और छोटे बालक-बालिकाओं को भी प्रोत्साहित किया. खेल मैदान में घरेलू महिलाओं की उपस्थिति और तेज दौड़ जैसे खेल में भागीदारी ने दर्शकों की भी खूब तालियां बटोरी.

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों के लिए ऐसा ही उत्साह आरंग में हुए बालिका वर्ग के फुगड़ी खेल के लिए भी रहा. बालिकाओं ने एकसाथ फुगड़ी खेलकर दर्शकों से तालियां बटोरी. वहीं लंबी कूद में भी युवाओं ने अपनी भागीदारी की. गोबरा-नवापारा के हरिहर मैदान पर लगड़ी खेल ने भी लोगों को अपने बचपन की याद दिलाई. जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत भी किया.

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