बेमेतरा। बरसात के दिनों में स्कूल जाने वाले नौनिहालों का बुरा हाल है, जो स्कूल के लिए पहुंच मार्ग नहीं बन पाने की वजह से खेत के मेढ़ से होते हुए आने-जाने को मजबूर हैं.
बात हो रही है बेमेतरा जिले के दाढ़ी से लगे गांव सुरूंगदाहरा की, जहां स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चों को रोजाना डेढ़ किलोमीटर खेत के मेढ़ से चलते हुए आना-जाना करते हैं. बच्चों की समस्या इसलिए और भी सोचनीय है, क्योंकि उनकी समस्या को जानने-समझने वाला कोई नहीं है. इस संबंध में जिम्मेदारों से गुहार लगाकर थक चुके बच्चों के पालकों ने अब सारी चीजों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

प्रायमरी स्कूल से निकले तो मिडिल एवं हाई स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी दाढ़ी एवं कोदवा आने -जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन छात्रों की समस्या है, उच्च स्तरीय पुल का निर्माण है, जिसका एप्रोच रोड अब तक नहीं बन पाया है. जिसके कारण स्कूली छात्र-छात्राओं के अलावा ग्रामीणों को भी आने-जाने में, खासतौर से बरसात के दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.