नई दिल्ली। यूक्रेन में बढ़ता संघर्ष और जारी सैन्य कार्रवाई बच्चों तथा किशोरों को गंभीर खतरे में डाल रही हैं। संयुक्त राष्ट्र आपात वैश्विक शिक्षा कोष (ईसीडब्ल्यू)की शिक्षा निदेशक यासमीन शेरिफ ने शुक्रवार को यह बात कही है।
यह संकट देश भर में अनुमानित 75 लाख लड़कियों और बच्चों के जीवन तथा कल्याण के लिए खतरा है जिसमें उनकी शिक्षा में गंभीर व्यवधान भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा “हम नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आह्वान करते हैं। विशेष रूप से, छात्रों, स्कूलों और शिक्षा कर्मियों को हमलों से बचाया जाना चाहिए और शिक्षा परिसरों को सैन्य उपयोग से सुरक्षित किया जाना चाहिए।”
पहले से ही सीमा रेखा पर भारी हथियारों से शैक्षिक परिसरों के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्टे हैं। वर्ष 2014 के बाद से, पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष ने सैकड़ों स्कूलों को नष्ट, क्षतिग्रस्त या बंद करने के लिए मजबूर किया है। इस घटनाक्रम से स्कूली छात्र और छात्राएं अधिक प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा, “इतिहास को खुद को दोहराना नहीं चाहिए। संयुक्त राष्ट्र प्रणाली, सरकारों और नागरिक समाज में हमारे रणनीतिक भागीदारों के साथ हमने पूर्वी यूक्रेन में आठ साल के संघर्ष से प्रभावित लड़कियों और लड़कों के लिए सुरक्षित तथा सुरक्षात्मक सीखने के वातावरण का समर्थन किया है।” शेरिफ ने कहा, “हम बढ़ती जरूरतों से निपटने और बच्चों तथा किशोरों की तत्काल सुरक्षा के लिए अपना समर्थन देने के लिए तैयार हैं।”